2 जीअकादा 1444 हिजरी
मंगल, 23 मई, 2023
अकवाले जरीं
हजरत अब्दुल्लाह बिन बुरैदा (रदि अल्लाहो अन्हो) रिवायत करते हैं कि उनके वालिद ने बयान किया कि रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने इर्शाद फरमाया, हमारे और कुफ्फार के दरमियान पहचान नमाज है, लेहाजा जिसने नमाज को तर्क किया, उसने कुफ्र किया
- इब्ने माजा
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नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया 2024 के आम इंतिखाबात से पहले, आरएसएस का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पूरे मुल्क में मुस्लिम कम्यूनिटी के दरमयान एक मुल्क, एक झंडा, एक कौमी तराना और एक कानून को फैलाने के लिए एक मुहिम की शक्ल में काम करेगा। ‘सच्चे मुस्लमान, अच्छे शहरी’ के पैगाम के साथ मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कारकुन मुल्कभर में एक नई शुरूआत से निकलेंगे। संघ की इस यूनिट के कारकुनों को पे्रक्टिस क्लास में तर्बीयत दी जाएगी। ये जानकारी मंच के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मीडीया इंचार्ज शाहिद सईद ने दी। इस सिलसिले में आखिरी मीटिंग 4 और 5 जुलाई 2021 को गाजीयाबाद, उतर प्रदेश में मुनाकिद हुई थी जिसमें संघ के सराबराह मोहन भागवत, डाक्टर कृष्णा गोपाल और संघ के राबिता सरबराह राम लाल मौजूद थे। शाहिद सईद ने कहा कि इंतिखाबी रियासत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को फोरम की इस मीटिंग के लिए चुना गया है जहां एक हिस्से में मुस्लमानों की बड़ी आबादी भी है। ये क्लास 8 से 11 जून तक भोपाल में मुनाकिद की जाएगी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के चीफ सरपरस्त इन्द्रेश कुमार इस प्रोग्राम में मौजूद रहेंगे। मध्य प्रदेश में शायद ये पहला मौका होगा, जब यहां राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की पे्रक्टिस क्लास मुनाकिद होने जा रही है। असेंबली इंतिखाबात से कब्ल राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की ये मश्क क्लास खास एहमीयत की हामिल है। ताहम, यूपी में बीजेपी के सख़्त हिंदूत्व के बरअक्स (विपरीत), एमपी में, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तमाम मजहबी मुसावात की सियासत की है। लेकिन फिर भी मुस्लमान बीजेपी के मजबूत वोट बैंक से दूर होते जा रहे हैं। शुमाली (उत्तरी) और वसती (मध्य) वो दो असेंबली सीटें हैं, जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। गुजिश्ता इंतिखाबात में दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने कामयाबी हासिल की थी। शुमाली भोपाल कांग्रेस का मजबूत गढ़ बन गया है। इसके साथ ही 8 से 11 जून तक चलने वाली इस पे्रक्टिस क्लास में नेशनल मुस्लिम फोरम की तौसीअ (विस्तार) की हिक्मत-ए-अमली (रणनीति) से जुड़े कारकुनों के दरमयान एक कौम, एक कानून के नजरिए की वजाहत पर भी बातचीत होगी। मुस्लिम नेशनल फोरम के कौमी सदर मुहम्मद अफजल के मुताबिक ये वरजशी क्लास शख़्सियत साजी (व्यक्तित्व विकास) के लिए है। मकसद हिन्दोस्तान को दुनिया का नंबर एक मुल्क बनाना है। प्लेटफार्म में शामिल होने वाले नौजवानों को नेशन फ्रस्ट के हदफ (लक्ष्य) के साथ आगे बढ़ने के बारे में तर्बीयत दी जाएगी।
ख़्याल रहे कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच खुद संघ की एक शाख है जो गुजिश्ता 21 सालों से मुस्लिम कम्यूनिटी के दरमयान काम कर रही है। इस दौरान प्लेटफार्म से 26 रियास्तों के साथ 350 से ज्यादा जिलों में शाखें खोली गई हैं। फोरम की तर्बीयती क्लास मुस्लिम मुआशरे में काम के एजंडे को फैलाने के साथ-साथ उसकी तह तक पहुंचाना है। मंच के कौमी कन्वीनर अबू बकर के मुताबिक इस पे्रक्टिस क्लास में मुल्कभर से सैंकड़ों कारकुनान शिरकत करेंगे।