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परिंदे की शक्ल का अजीब-ओ-गरीब डाइनसार मिला, साइंसदां हैरान

परिंदे की शक्ल का अजीब-ओ-गरीब डाइनसार मिला, साइंसदां हैरान
- Image Google

✒ लंदन : आईएनएस, इंडिया 

148 से 150 मिलियन साल पहले के दरमियान, जुनूब मशरिकी (दक्षिण पूर्वी) चीन में एक मुर्गे के साइज का लंबी टांगों और बाजुओं वाला परिंदों जैसा डाइनासोर पाया जाता था। न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस मखलूक में एक हैरानकुन एनाटोमी है, जिससे पता चलता है कि ये या तो तेज भागने वाला था या जदीद लंबी टांगों वाले परिंदों जैसा तर्ज़-ए-जिÞदंगी रखता था। 
    साईंसदानों ने पिछले दिनों सूबा फोजिÞयान में जूरासिक दौर के एक डाइनासोर का फौसल (जीवाश्म) हासिल किया है, जिसे उन्होंने फौजियानवीनेटर प्रोडेगीवस नाम दिया है। ये अहम दरयाफत परिंदों की इबतिदाई (शुरुआती) तारीख के अहम इर्तिकाई मरहले (शुरुआती दौर) पर रोशनी डालती है। चाइनीज एकेडमी के इंस्टीटियूट आफ वर्टीबरेट पलवंट्योलाजी एंड एंथ्रोपालाजी के मुताला (अध्ययन) के रहनुमा, जिन्होंने इस तहकीक (शोध) की कियादत (नेतृत्व) की, ने कहा कि उनके मुताबिक ये परिंदा बेहद अजीब है। ये किसी भी जदीद परिंदे से मिलता-जुलता नहीं है। फौसल, जो गुजिशता अक्तूबर में दरयाफत हुआ था, काफी हद तक मुकम्मल है लेकिन इसमें जानवर की खोपड़ी और इसके पांव के कुछ हिस्से नहीं हैं, जिसकी वजह से इसकी खुराक और तर्ज़-ए-जिÞदंगी की तशरीह करना मुश्किल हो गया है। 
    इसकी लंबी टांगों वाली एनाटोमी की बुनियाद पर, मुहक़्किकीन  (शोधकर्ता) ने दो मुम्किना तर्ज़-ए-जिÞदंगी का अंदाजा लगाया है। ये या तो दौड़ता था या फिर जदीद बगलों की तरह दलदली माहौल में घूमता था। डाइनासोर के इर्तिका में एक काबिल-ए-जिÞक्र वाकिया उस वक़्त पेश आया, जब थेरोपोडस के नाम से जाने जाने वाले छोटे पंखों वाले दो टांगों वाले डाइनोसार ने जुरासिक के आखिर में परिंदों को जन्म दिया, जिसमें कदीम तरीन परिंदा तकरीबन 150 मिलियन साल पहले जर्मनी में मौजूद था। 
    साईंसदान परिंदों और गैर एवीयन डाइनोसार की असलीयत के बारे में बेहतर तफहीम के खाहां हैं, जिनमें परिंदों जैसी खसुसीआत थीं। जबकि परिंदों की तारीख के इबतिदाई बाब अब भी फौसल्ज की कमी की वजह से मुबहम हैं। 

मैक्सीको सिटी : भारी तादाद में लोगों ने देखी एलियन की लाश

मैक्सीको, न्यूयार्क : पिछले दिनों मैक्सीको सिटी में एक इजलास (सभा) मुनाकिद किया गया जिसमें मुबय्यना (कथित) तौर पर दो एलीयंस की लाशों को अवामी नुमाईश के लिए रखा गया। मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक मैक्सीको सिटी में मुनाकिद इजलास में अवामी नुमाइश के लिए रखी गई दोनों ममी दरअसल हजार साल पहले से महफूज रखी गई एलीयंज की हैं। इस तकरीब (समारोह) की कियादत (नेतृत्व) मारूफ सहाफी और यूवलोजिस्ट् जैमी मोसान जबकि मेजबानी साईंसदानों ने की, अवाम को दिखाने की खातिर एलीयन की लाश शीशे के ताबूत में रखी गई थी जिन्हें पेरु के कोस्कू से हासिल किया गया था और उनके बारे में बताया जा रहा है कि ये हजार बरस पुराने हैं। 
    तकरीब में स्पेस फार अमरीकन्ज के एग्जीक्टिव डायरेक्टर रयान गुरेज और अमरीकी बहरीया के साबिक पायलट भी मौजूद थे। मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक मैक्सीको की हुकूमत ने मुबय्यना तौर पर इन एलीयंस से हासिल किए गए अपने तहकीकी नताइज को अमरीकी हुक्काम के सामने पेश किया। साईंसदानों के मुताबिक उन्होंने एलीयंस के डीएनए नमूने हासिल कर लिए हैं। मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक साईंसदानों के मुताबिक इन इन्किशाफात (खुलासे) के बाद जमीन से बाहर की जिंदगी के बारे में हमारी समझ और मावराए जमीन मखलूक (अलौकिक प्राणी) के मुम्किना वजूद के बारे में बहुत से सवाल उठना शुरू हो गए हैं जबकि एलीयन के मुतलाशियों (खोजियों) में जोश की एक नई लहर दौड़ गई है।

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