10 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
इतवार, 1 अपै्रल, 2023
नई तहरीक : रायपुर
हज कमेटी आॅफ इंडिया, मुंबई के सर्कुलर 8 से मौसूल जानकारी के मुताबिक हज-2023 के लिए मुंतखिबशुदा आजमीन-ए-हज को सफर की पहली किश्त के तौर पर 81,800 रुपए 7 अपै्रल तक 000000 में जमा कर पे स्लिप, मेडिकल सर्टिफिकेट, हज दरख्वास्त फॉर्म व पासपोर्ट 10 अपै्रल तक छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी, रायपुर के दफ्तर में जमा करने कहा गया है। पे स्लिप व मेडिकल सर्टिफिकेट का फार्म हज कमेटी की वेब साइट पर दस्तयाब है।
छग राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान ने बताया कि हज-2023 के लिए अजामीन हज की मदद के लिए खादिमुल हुज्जाज से आॅनलाइन दरख्वास्त 10 अपै्रल तक मांगी गई है। खादिमुल हुज्जाज के लिए तयशुदा काबिलियत व शर्तों की तफ्सील हज कमेटी की वेबसाइट पर दस्तयाब है। मजीद जानकारी के लिए छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी, रायपुर के टेलीफोन नंबर 0771-4266646 पर राब्ता किया जा सकता है।
उमरा के लिए आने वाले बड़ी रकम और जे़वरात साथ ना लाएं
रियाद : सऊदी वजारत हज-ओ-उमरा ने बैरून-ए-मुल्क से उमरा के मनासिक की अदायगी के लिए आते हुए मुतअद्दिद (अनेक) चीजों के साथ सऊदी अरब आने से गुरेज की हिदायत की है।वजारत ने माली फ्राड से बचने के लिए जरूरी एहतियाती तदाबीर इखतियार करने का भी मश्वरा दिया है। वजारत ने सिफारिश की है कि उमरा के लिए सऊदी अरब वाले 60, 000 रियाल से ज्यादा की रकम ना लाएं। इसी तरह अपने साथ सोना, कीमती पत्थर और कीमती धात और दीगर कीमती अश्या लाने से भी मुकम्मल गुरेज करें। सऊदी अरब ने आने वाले जाइरीन से कहा है कि बैंकिंग एप्स डाउनलोड करने में एहतियात करें। बैंक कार्ड की मालूमात किसी को ना दें। रकम को किसी भी सूरत किसी नामालूम जराइआ से मुंतकिल करने से बचें। ये हिदायत भी की गई है कि कोई भी अदायगी करने से पहले इलेक्ट्रॉनिक लिंक्स की जांच पड़ताल कर लें। सऊदी वजारत हज-ओ-उमरा ने कहा कि नामालूम पैगामात और लिंक्स को नजरअंदाज करने की जरूरत है। जब धोकादही का शुबा हो या फ्राड हो तो फौरी बैंक और मजाज हुक्काम को मतला करें।
मक्का मुकर्रमा में माली फ्राड, तीन मिस्री शहरी गिरफ़्तार
मक्का मुकर्रमा रीजन की पुलिस ने जुमेरात को मुतअद्दिद खितों में जराइम के इर्तिकाब पर मिस्री शहरीयत के हामिल 3 बाशिंदों को गिरफ़्तार कर लिया। इन अफराद को मालीयाती धोकादही और फ्राड में मुलव्वस होने की बिना पर हिरासत में लिया गया है।ये फर्जी इदारों के नुमाइंदा बन कर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपना लिंक पोस्ट करते थे और पोस्ट में इंशोरेंस की खिदमात फराहम करने का कहते थे। राबिता करने वाले सादा लौह अफराद से फंडज हासिल करते हैं और ममलकत से बाहर रहने वाले एक शहरी के तआवुन से उन्हें बैरून-ए-मुल्क मुंतकिल करते हैं। मक्का मुकर्रमा पुलिस ने रकम, सिम कार्डज और कम्पयूटर कब्जे में लेकर उन्हें हिरासत में ले लिया है। उनके खिलाफ बाकायदा कार्रवाई की गई और उन्हें पब्लिक प्रासीक्यूशन के हवाले कर दिया गया।