22 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमा, 14 अपै्रल, 2023
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नई तहरीक : रायपुर
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा से मुत्तसिल (लगे हुए) गांव बिरनपुर में हुई फिरकावाराना फसाद को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश मुस्लिम समाज ने रियासत के लोगों से अमन और चैन बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। प्रेस कांन्फें्रस से खिताब करते हुए मआशरे के जिम्मेदार लोगों ने कहा कि हिंदूस्तान किसी पहचान का मोहताज नहीं है। मुल्क की सबसे बड़ी पहचान तनव्वो में यकजहती (अनेकता में एकता) है। दुनिया का सबसे बड़ा जम्हूरी मुल्क होने का एजाज भी हमारे हिंदूस्तान को है। पूरी दुनिया में यही एक ऐसा मुल्क है, जहां हर मजहब, मआशरे और फिरके के लोग मिलजुल कर रहते हैं और मुल्क की तरक्की में बराबरी से भागीदारी निभाते हैं।
मआशरे के सरबराह नोमान अकरम हामिद और मोहम्मद ताहिर ने मुल्क की तरक्की में मुसलमानों की हिस्सेदारी का जिक्र करते हुए कहा कि मुल्क का मुसलमान अपनी दुआओं में अल्लाह ताअला से मुल्क की तरक्की, भाईचारगी और हम आहंगी मांगता है। मुल्क का हर मुसलमान खुद के भारतीय होने पर फख्र महसूस करता है।
छत्तीसगढ़ में जहर घोलने की कोशिश
मआशरे के सरबराहों ने कहा कि पूरे मुल्क में निहायत पुर अमन रियासत के तौर पर पहचानी जाने वाली छत्तीसगढ़ रियासत में सियासी फायदे के लिए जहर घोलने का काम किया जा रहा है। यहां के अमन और भाईचारगी की मिसाल दी जाती है। कुछ छोटी मोटी घटनाओं को छोड़कर यहां कभी कोई बड़ी वारदात नहीं हुई लेकिन गुजिश्ता कुछ समय से यह महसूस किया जा रहा है कि सोची-समाी साजिश के तहत हिंदूस्तानी मुसलमानों के साथ न्याय नही हो रहा है। मुसलमानों के खिलाफ की जा रही अनाप शनाप बयानबाजी से उनके मजहबी जज्बात मजरूह हो रहे हैं।हालत यह है कि मुसलमान खुद को अकेला महसूस करने लगा है जबकि मुस्लिम समाज हमेशा मुल्क व रियासत की तरक्की और भाईचारगी का माहौल चाहता है। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान मआशरे के सरबराहों ने मआशरे के नौजवानों से भी अपील की कि वे किसी बहकावे में न आएं। हर हाल में अमन कायम रखने में मदद करें। यही अपील उन्होंने दीगर समाज के सरबराहों और नौजवानों से भी की। उन्होंने कहा कि हुकूमत पर हमारा पूरा भरोसा है। मुस्लिम मआशरे को भरोसा है कि बिरनपुर गांव की घटना के जिम्मेदार लोगों को सजा जरूर मिलेगी, चाहे वो किसी भी मआशरे के हों।