रमजान के आखिरी अशरा : मस्जिद व घरों में एतेकाफ पर बैठने का सिलसिला शुरू

23 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
सनीचर, 15 अपै्रल, 2023

मोअत्तकिफ का हर पल इबादत में होता है शुमार


डा. सैयद इस्माईल 

नई तहरीक : भिलाई
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, ब्रांच भिलाई के काजी-ए-शहर भिलाई-दुर्ग, मुफ्ती मोहम्मद सोहेल ने रमजान के  मुबारक महीने में मस्जिद आयशा हाउसिंग बोर्ड में आखिरी अशरा (दस दिनों) की खुसूसियात पर गुफ्तगू की। आखिरी दस दिनों के साथ ही मस्जिदों और घरों में खास इबादत के लिए ऐतेकाफ पर बैठने का सिलसिला शुरू हो गया।
मुफ्ती मोहम्मद सोहेल 

    कौम से खिताब करते हुए मुफ्ती मोहम्मद सोहेल ने कहा, पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तुफा सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम हर रमजान में आखिर के दस दिन मस्जिद में एतकाफ किया करते थे। रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फरमाया कि जो शख्स अल्लाह को राजी करने के लिए एक दिन का ऐतेकाफ भी करता है, अल्लाह ताअला उसके और जहन्नुम के दरमियान तीन खंदक (बाधा) बना देते हैं। शहर काजी मुफ्ती सोहेल, मौलाना शकील सुपेला, मौलाना सैयद फैसल हाउसिंग बोर्ड, मौलाना इनामुल हक कैम्प और मौलाना दिलशाद, फरीद नगर ने इज्तिमाई तौर पर कहा कि मोअत्तकिफ (ऐतेकाफ करने वाला) तमाम बुराईयों से बचाता है, उस पर अल्लाह की रहमत होती है। उसका खाना, पीना और सोना सब इबादत में शुमार होता है। मुफ्ती मोहम्मद सोहेल ने कहा कि खवातीन भी अपने घरों के अंदर एक खास जगह बनाकर ऐतेकाफ कर सकती हैं। उन्हें भी मर्दों की तरह उनके इस अमल का पूरा अज्र मिलेगा। 

    उन्होंने कहा कि ऐतेकाफ की तीन किस्म वाजिब, सुन्नत और नफील है। रमजान मुबारक महीने का ऐतेकाफ सुन्नत किफाया है, कोई एक व्यक्ति मस्जिद में ऐतेकाफ करेगा तो पूरे मोहल्ले की तरफ से जिम्मेदारी पूरी हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि ऐतेकाफ करने वाले को जरूरी है कि वो फिजूल और फहश बातों से अपने आप को बचाए। ज्यादा वक्त अल्लाह को राजी करने और हिदायत मांगने के साथ साथ दुनिया में अमन-चैन व भाईचारा कायम रखने दुआ करे।
    शेखुल हदीस हजरत मौलाना जकरिया रहमतुल्लाह ने फजाईले रमजान मुबारक में ऐतेकाफ की फजाइल भी हजरत मुहम्मद सल्लाहु अलैहे वसल्लम की हदीसो को नकल किया है। रिटायर्ड बीएसपी मुलाजमीन डा. सैयद इस्माईल ने कहा कि एतेकाफ में बंदा अल्लाह के दर पर रहकर उसे मनाने की हर कोशिश कर रहा होता है। दुनिया के झमेलों से हटकर एक अल्लाह को राजी करना और हर एक के लिए रहमत और सलामती मांगना चाहिए।



Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने