21 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
मंगल, 14 मार्च 2023
रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब के माअरूफ खत्तात सालेह अल मंसूफ 86 साल की उम्र में इंतिकाल कर गए। उन्हें 50 साल कब्ल सऊदी अरब के परचम पर कलमा तय्यबा लिखने और तलवार के अंदाज को अपडेट करने का एजाज हासिल था। इत्तिफाक से उनकी वफात भी सऊदी अरब के कौमी परचम के दिन को हुई है। सालेह अल मंसूफ पहले सऊदी खत्तात थे जिन्होंने 1960 की दहाई के शुरु में सऊदी अरब के परचम पर सफेद रंग का इस्तिमाल करते हुए तलवार खींची थी। उन्होंने ही सब्ज रंग के परचम पर इस तलवार के ऊपर सफेद रंग में कलमा तय्यबा रकम किया था। तब टैक्नोलोजी और प्रिंटिंग के आलात आम दस्तयाब नहीं थे। वो उन पहले खत्तातों में भी शामिल थे, जिनकी किताबत जामिआ इमाम मुहम्मद बिन सऊद अस्नाद और सर्टीफिकेटस की जीनत बनी थी और वो एक अरसा ये तालीमी अस्नाद तहरीर करते रहे थे। मरहूम अल मंसूफ को बलदिया अल रियाज ने सरकारी तकरीबात और प्रोग्रामों में इस्तिमाल के लिए खत्ताती पैनल की तैयारी पर भी मामूर कर रखा था। वाजेह रहे कि इस माह के अवाइल में सऊदी अरब ने 11 मार्च 1937 की याद में सालाना कौमी पर्चम का दिन मनाने का ऐलान किया था। जदीद सऊदी अरब के बानी शाह अब्दुल अजीज आॅल सऊद ने 11 मार्च 1937 को ममलकत की नुमाइंदगी के तौर पर मौजूदा परचम की मंजूरी दी थी। उस दिन को मनाने का फैसला शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज की जानिब से जारी करदा शाही हुकमनामे के तहत किया गया था
nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav