अगले हफ्ते शुरू होगा दरख्वास्त का अमल : हज कमेटी आफ इंडिया
नई तहरीक : रायपुर
फरवरी यानि रज्जबुल मुरज्जब का तकरीबन पहला पखवाड़ा गुजरने को है। रमजानुल मुबारक को तकरीब डेढ़ महीने का वक्त है। उसके बाद सवाल और जी-काअदातुल हराम के दो महीने बाद जिल हज्ज का महीना शुरू हो जाएगा।
इस लिहाज से देखें तो सफर-ए-हज की ख्वाहिश रखने वाले हजरात को तैयारियों के लिए महज तीन महीने का ही वक्त मिलेगा। वह भी तब, जब कुर्राअ अंदाजी में उनके नाम की लाटरी निकलेगी। यानि सफर की ख्वाहिश रखने वालों को सफर का मौका मिलेगा या नहीं, यह भी तय नहीं है।
छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान व कारकुनों ने जनाब कुट्टी का गुलदस्ता व रियासती गमछा देकर इस्तकबाल किया। साथ ही सूबे के आजमीन-ए-हज को फराहम कराए जाने वाले इंतेजामात की उन्हें जानकारी दी। हज कमेटी आॅफ इंडिया के चेयरमैन जनाब अब्दुल्लाह कुट्टी ने रियासती दफ्तर की जानिब से फराहम कराए जाने वाले इंतेजामात की सताईश की। उन्होेंने बताया कि हज-2023 के लिए दरख्वास्त का सिलसिला आने वाले हफ्Þते से शुरू होगा। रियासती हज कमेटी के खुसूसी मुतालबे पर उन्होंने इस साल सफर-ए-हज पर जाने के ख्वाहिशमंद हजरात को हर मुमकिन सहूलत फराहम कराने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान के अलावा खुसूसी तौर पर आरडीएके नायब सदर शिव सिंह ठाकुर, उर्दू अकादमी की साािबक नायब सदर नजमा अजीम, हज कमेटी के अराकीन मौलाना डॉक्टर कारी इमरान अशरफी, मौलाना कारी सैयद अशफाक अहमद अंजुम, शमीम अख्तर, मोहम्मद इमरान, डॉक्टर रुबीना अल्वी और सेके्रटरी साजिद मेमन वगैरह मौजूद थे।
फरवरी यानि रज्जबुल मुरज्जब का तकरीबन पहला पखवाड़ा गुजरने को है। रमजानुल मुबारक को तकरीब डेढ़ महीने का वक्त है। उसके बाद सवाल और जी-काअदातुल हराम के दो महीने बाद जिल हज्ज का महीना शुरू हो जाएगा।
इस लिहाज से देखें तो सफर-ए-हज की ख्वाहिश रखने वाले हजरात को तैयारियों के लिए महज तीन महीने का ही वक्त मिलेगा। वह भी तब, जब कुर्राअ अंदाजी में उनके नाम की लाटरी निकलेगी। यानि सफर की ख्वाहिश रखने वालों को सफर का मौका मिलेगा या नहीं, यह भी तय नहीं है।
आम तौर पर इससे पहले के सालों में तकरीबन छह महीने पहले से हज के लिए दरख्वास्त देने का अमल शुरू जाता था। इससे कुर्राअ अंदाजी समय पर हो जाती थी। यानि हज पर जाने का इरादा रखने वालों को तैयारियों के लिए माकूल वक्त मिल जाता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। दरख्वास्त का ही अमल अब तक शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में कुर्राअ अंदाजी भी देर से होगी जिससे ख्वाहिशमंद हजरात की तैयारी का अमल मुतास्सिर होगा। गौरतलब है कि इस साल हिंदूस्तान से आजमीन-ए-हज का कोटा एक लाख 75 हजार 25 है।
अगले हफ्ते से शुरू होगा अमल
हज कमेटी आॅफ इंडिया (भारत सरकार) के चेयरमैन एपी अब्दुल्लाह कुट्टी का गुजिश्ता रोज छत्तीसगढ़ की दारुल हुकूमत रायपुर आना हुआ। यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के दफ्तर पहुंचकर अहलकारों से मुलाकात की। साथ ही सूबे के आजमीन-ए-हज को फराहम कराए जाने वाले इंतेजामात का जायजा लिया।![]() |
हज कमेटी आफ इंडिया (भारत सरकार) के चेयरमैन एपी अब्दुल्लाह कुट्टी का छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान व कारकुनों ने इस्तकबाल किया |
छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान व कारकुनों ने जनाब कुट्टी का गुलदस्ता व रियासती गमछा देकर इस्तकबाल किया। साथ ही सूबे के आजमीन-ए-हज को फराहम कराए जाने वाले इंतेजामात की उन्हें जानकारी दी। हज कमेटी आॅफ इंडिया के चेयरमैन जनाब अब्दुल्लाह कुट्टी ने रियासती दफ्तर की जानिब से फराहम कराए जाने वाले इंतेजामात की सताईश की। उन्होेंने बताया कि हज-2023 के लिए दरख्वास्त का सिलसिला आने वाले हफ्Þते से शुरू होगा। रियासती हज कमेटी के खुसूसी मुतालबे पर उन्होंने इस साल सफर-ए-हज पर जाने के ख्वाहिशमंद हजरात को हर मुमकिन सहूलत फराहम कराने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर राज्य हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद असलम खान के अलावा खुसूसी तौर पर आरडीएके नायब सदर शिव सिंह ठाकुर, उर्दू अकादमी की साािबक नायब सदर नजमा अजीम, हज कमेटी के अराकीन मौलाना डॉक्टर कारी इमरान अशरफी, मौलाना कारी सैयद अशफाक अहमद अंजुम, शमीम अख्तर, मोहम्मद इमरान, डॉक्टर रुबीना अल्वी और सेके्रटरी साजिद मेमन वगैरह मौजूद थे।