6 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
27 फरवरी 2023
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नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
कांग्रेस के 85वें प्लीनरी इजलास के हवाले से अखबारों में जारी पार्टी के इश्तिहार में इमाम उल-हिंद मौलाना अबुल कलाम आजाद की तस्वीर प्रकाशित नहीं की गई। कांग्रेस ने इसके लिए माफी मांग ली है। आजाद हिन्दोस्तान के पहले वजीर-ए-तालीम, अजीम फलसफी, मुजाहिदे आजादी और कांग्रेस के साबिक सदर रहनुमा इमाम उल हिंद मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम इश्तिहार में ना होने पर सोशल मीडीया पर सवालात उठाए गए। उसके लिए कांग्रेस को तन्कीद का निशाना बनाया गया जिसके बाद कांग्रेस लीडर जय राम रमेश ने ट्वीट करके माफी मांगी है। कांग्रेस लीडर जयराम रमेश ने एक ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस की तरफ से जारी इश्तिहार में मौलाना आजाद की कोई तस्वीर नहीं थी। ये एक नाकाबिल माफी गलती है, उसकी जिÞम्मेदारी का ताय्युन किया जा रहा है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम तहे दिल से माजरत खाह हैं। वो हमारे और पूरे हिन्दोस्तान के लिए एक मशहूर और किरदार साज शख़्सियत रहे हैं।
वाजेह हो कि कांग्रेस का 85 वां मुकम्मल इजलास रायपुर, छत्तीसगढ़ में जारी है। इतवार 26 फरवरी उसका आखिरी दिन था। इजलास के हवाले से अखबारात में एक इश्तिहार दिया गया था, जिसमें बाबाए कौम महात्मा गांधी से लेकर साबिक वजीर-ए-आजम नरसिम्हा राव की तस्वीर थी, लेकिन मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं थी। इर्फान हबीब ने ट्वीट करके इस पर एतराज किया था। ताहम कांग्रेस की जानिब से माफी मांगने के बाद हबीब ने अपना काबिल एतराज ट्वीट डिलीट कर दिया है और माफी मांगने के अमल की सताइश की है। अपने एतराज में हबीब ने कहा था कि मौलाना आजाद को यहां ना देखकर उन्हें अफसोस है, वो एक अहम कांग्रेसी थे जो इन कद्दावरों की सफ में जगह के मुस्तहिक हैं। इसके अलावा कई सोशल मीडीया सारिफीन ने इश्तिहार में मौलाना आजाद की तस्वीर ना होने पर कांग्रेस को निशाना बनाया है।
रायपुर : पार्टी के सीनीयर लीडर शशी थरूर जिन्होंने कांग्रेस सदर का इंतिखाब लड़ा है, ने अपनी पार्टी में नजरिया के बारे में मुकम्मल वजाहत और वकालत की है। शशी थरूर ने हफ़्ता को कहा कि कांग्रेस पार्टी बिल्कीस बानो, गिरजाघरों पर हमलों और गाय के तहफ़्फुज के नाम पर कत्ल जैसे मसाइल पर ज्यादा आवाज उठा सकती थी। साबिक मर्कजी वजीर शशी शुरूर ने पार्टी के 85वीं जनरल कनवेंशन में ये तबसरा किया। थरूर ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जारी कनवेनशन में कहा कि हमें एक जामा हिन्दोस्तान के हक में अपने नजरियाती मौकिफ के बारे में बिलकुल वाजिह होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें अपने अज्म का हौसला होना चाहिए। हम बिल्कीस बानो केस, गिरजाघरों पर हमलों और गाय के तहफ़्फुज के नाम पर मॉब लंचिंग जैसे मसाइल पर ज्यादा आवाज उठा सकते थे। शशी थरूर ने कहा कि हिन्दोस्तान सबका है, इसलिए हमें इसके लिए अपनी सदा बुलंद करनी चाहिए। चीन के तनाजुर में बयान पर वजीर-ए-खारजा एसजे शंकर पर तन्कीद करते हुए उन्होंने कहा कि कौमी सलामती के मौजू पर पालिर्यामेंट को एतिमाद में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दोस्तान का मुस्तकबिल उस वक़्त तक रोशन रहेगा, जब तक कांग्रेस जंग लड़ती रहेगी।
27 फरवरी 2023
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नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
कांग्रेस के 85वें प्लीनरी इजलास के हवाले से अखबारों में जारी पार्टी के इश्तिहार में इमाम उल-हिंद मौलाना अबुल कलाम आजाद की तस्वीर प्रकाशित नहीं की गई। कांग्रेस ने इसके लिए माफी मांग ली है। आजाद हिन्दोस्तान के पहले वजीर-ए-तालीम, अजीम फलसफी, मुजाहिदे आजादी और कांग्रेस के साबिक सदर रहनुमा इमाम उल हिंद मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम इश्तिहार में ना होने पर सोशल मीडीया पर सवालात उठाए गए। उसके लिए कांग्रेस को तन्कीद का निशाना बनाया गया जिसके बाद कांग्रेस लीडर जय राम रमेश ने ट्वीट करके माफी मांगी है। कांग्रेस लीडर जयराम रमेश ने एक ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस की तरफ से जारी इश्तिहार में मौलाना आजाद की कोई तस्वीर नहीं थी। ये एक नाकाबिल माफी गलती है, उसकी जिÞम्मेदारी का ताय्युन किया जा रहा है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम तहे दिल से माजरत खाह हैं। वो हमारे और पूरे हिन्दोस्तान के लिए एक मशहूर और किरदार साज शख़्सियत रहे हैं।
वाजेह हो कि कांग्रेस का 85 वां मुकम्मल इजलास रायपुर, छत्तीसगढ़ में जारी है। इतवार 26 फरवरी उसका आखिरी दिन था। इजलास के हवाले से अखबारात में एक इश्तिहार दिया गया था, जिसमें बाबाए कौम महात्मा गांधी से लेकर साबिक वजीर-ए-आजम नरसिम्हा राव की तस्वीर थी, लेकिन मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं थी। इर्फान हबीब ने ट्वीट करके इस पर एतराज किया था। ताहम कांग्रेस की जानिब से माफी मांगने के बाद हबीब ने अपना काबिल एतराज ट्वीट डिलीट कर दिया है और माफी मांगने के अमल की सताइश की है। अपने एतराज में हबीब ने कहा था कि मौलाना आजाद को यहां ना देखकर उन्हें अफसोस है, वो एक अहम कांग्रेसी थे जो इन कद्दावरों की सफ में जगह के मुस्तहिक हैं। इसके अलावा कई सोशल मीडीया सारिफीन ने इश्तिहार में मौलाना आजाद की तस्वीर ना होने पर कांग्रेस को निशाना बनाया है।
थरूर का पार्टी को मश्वरा
बिल्कीस बानो, मॉब लंचिंग जैसे मसाइल पर कांग्रेस ज्यादा आवाज उठा सकती थीरायपुर : पार्टी के सीनीयर लीडर शशी थरूर जिन्होंने कांग्रेस सदर का इंतिखाब लड़ा है, ने अपनी पार्टी में नजरिया के बारे में मुकम्मल वजाहत और वकालत की है। शशी थरूर ने हफ़्ता को कहा कि कांग्रेस पार्टी बिल्कीस बानो, गिरजाघरों पर हमलों और गाय के तहफ़्फुज के नाम पर कत्ल जैसे मसाइल पर ज्यादा आवाज उठा सकती थी। साबिक मर्कजी वजीर शशी शुरूर ने पार्टी के 85वीं जनरल कनवेंशन में ये तबसरा किया। थरूर ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जारी कनवेनशन में कहा कि हमें एक जामा हिन्दोस्तान के हक में अपने नजरियाती मौकिफ के बारे में बिलकुल वाजिह होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें अपने अज्म का हौसला होना चाहिए। हम बिल्कीस बानो केस, गिरजाघरों पर हमलों और गाय के तहफ़्फुज के नाम पर मॉब लंचिंग जैसे मसाइल पर ज्यादा आवाज उठा सकते थे। शशी थरूर ने कहा कि हिन्दोस्तान सबका है, इसलिए हमें इसके लिए अपनी सदा बुलंद करनी चाहिए। चीन के तनाजुर में बयान पर वजीर-ए-खारजा एसजे शंकर पर तन्कीद करते हुए उन्होंने कहा कि कौमी सलामती के मौजू पर पालिर्यामेंट को एतिमाद में लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दोस्तान का मुस्तकबिल उस वक़्त तक रोशन रहेगा, जब तक कांग्रेस जंग लड़ती रहेगी।
मदरसों को नहीं मिल रहा फंड
रायपुर : इजलास में शामिल होने आए मशहूर शायर और कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी से मुलाकात हुई। इस मौके पर मदरसा बोर्ड, छत्तीसगढ़ के सचिव इम्तियाज अंसारी भी साथ मौजूद थे। उन्होंने मर्कजी हुकूमत से छग के मदरसों के लिए मिलने वाले फंड पर लगी रोक की शिकायत की। जिस पर इमरान प्रतापगढ़ी ने इसके लिए जाती तौर पर कोशिश करने और इसे ऐवान में उठाने की बात कही।nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav