मुंबई : मशहूर तारीखी शहर औरंगाबाद में हज हाउस की इमारत बन कर तैयार हो चुकी है, हालांकि अब तक इमारत का इफ़्तिताह नहीं हो सका है, गुजश्ता बरस भी औरंगाबाद के आजमीन को जामा मस्जिद से ही हज के लिए रवाना होना पड़ा था। हालांकि इमसाल इमकान है कि हज हाउस की शानदार नई इमारत से आजमीन-ए-हज्ज का काफिला रवाना होगा। औरंगाबाद के एमपी इमतियाज जलील ने फेसबुक पर एक वीडीयो शेयर करते हुए इत्तिला दी कि मार्च में हज हाउस का इफ़्तिताह अमल में आएगा। कोरोना वबा की वजह से दो साल से आजमीन-ए-हज्ज को फरीजा हज की सआदत नसीब नहीं हो सकी थी, लेकिन अब हज मुकम्मल तौर पर बहाल हो गया है। औरंगाबाद में 2013 में शाही मस्जिद के दामन में हज हाउस की तामीर शुरू हुई थी। हज हाउस को मुकम्मल होने में तकरीबन एक दहाई का अरसा लगा। इमारत अब पूरी तरह तैयार है लेकिन हुकूमत की सर्द मेहरी की वजह से गुजिश्ता साल भी आजमीन शहर की तारीखी जामा मस्जिद से ही सफर हज पर रवाना हुए। औरंगाबाद के एमपी सय्यद इमतियाज जलील ने रियास्ती हुकूमत की पालिसी पर नुक्ताचीनी की, उनका इल्जाम है कि रियासत की मौजूदा हुकूमत मुस्लमानों के मुआमलात को लेकर संजीदा नहीं है।
2 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
23 फरवरी 2023
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