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तुरकिया और शाम में एक और जलजला, छह की मौत

3 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
24 फरवरी 2023
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earthquake in syria and turkey
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अंकरा : आईएनएस, इंडिया 

तुरकिया के जुनूबी (दक्षिण) सूबे हिताय और शुमाली शाम में पीर को 6 इशारीया (दशमलव) 4 की शिद्दत के एक और जलजले में छह अफराद हलाक हो गए जिसके बाद 6 फरवरी के उस जलजले के बाद जिसमें दोनों मुल्कों में लगभग 45 हजार लोग हलाक हुए, अफरा-तफरी और खौफ-ओ-हिरास की एक नई लहर दौड़ गई। तुरकिया के वजीर-ए-दाखिला सुलेमान सोयलो ने कहा है कि छह लोग हलाक हुए और 213 अफराद को अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि शाम के शहरी दिफा के इदारे वाइट हेल्मटस ने कहा है कि 130 से ज्यादा लोग जखमी हुए और कुछ इमारतें जिन्हें पहले ही नुक़्सान पहुंच चुका था मुनहदिम हो गईं। 
    जलजला रात आठ बजकर चार मिनट पर आया। एएफपी की टीम ने लेबनान में भी जलजला महसूस किया। तुरकिया के डीजासटर मैनिजमंट से मुताल्लिक इदारे ने टवीटर पर कहा कि तीन मिनट बाद 5 इशारीया 2 की शिद्दत का एक और जलजला आया और इसका मर्कज हिताय का जिÞला समानदाग था। इदारे ने पीर को पहले जलजले के तकरीबन 20 मिनट बाद 5.2 शिद्दत के दो और जलजले रिकार्ड किए। सोयलो ने कहा कि इमदादी कारकुन मलबे तले फंसे लोगों को तलाश करने की कोशिश कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी के एक सहाफी (पत्रकार) ने अन्ताकिया में अफरा-तफरी के मुनाजिर की रिपोर्ट दी और बताया कि जलजले के नए ­ाटके से तबाहशुदा शहर की फिजा धूल से अट गई। अन्ताकिया की एक सड़क पर अली मजलूम ने एएफपी को बताया कि जलजला आया तो हम डीजासटर मैनेजमैंट के सरकारी इदारे के साथ थे जो हमारे खानदान की लाशें तलाश कर रहे थे। मजलूम ने कहा कि हम नहीं सम­ा सके कि हम क्या करें, हमने एक-दूसरे को पकड़ लिया। हमारे बिलकुल सामने दीवारें गिरने लगीं। ऐसा लगा कि जमीन हमें निगलने के लिए खुल रही है। मजलूम जो 12 साल से अंताकिया में मुकीम हैं, अपनी बहन और खानदान के दूसरे लोगों की लाशें तलाश कर रहे थे। मोना अलामर का कहना है कि वो उस वक़्त अन्ताकिया की खेमा बस्ती में थीं, जब जमीन फिर से हिलना शुरू हुई। मुझे लगा कि मेरे पांव के नीचे से जमीन निकल रही है। वो अपने सात साला बच्चे को उठाए बहुत खौफजदा दिखाई दे रही थीं। मुकामी लोगों का कहना कि पिछले जलजले से बच जाने वाली कुछ इमारतें भी मुनहदिम हुई हैं और हर तरफ मलबा ही दिखाई दे रहा है। 
    ओहदे दारों ने लोगों पर जोर दिया है कि वो साहिल से दूर रहें लेकिन तुरकिया के नायब सदर फवाद ओकताई ने कहा है कि इंतिबाह (चेतावनी) खत्म कर दिया गया है क्योंकि अब किसी सूनामी का कोई खतरा बाकी नहीं रहा है।

बढ़ सकती है मरने वालों की तादाद

तुर्क इंतेजामिया का कहना है कि मरने वालों की तादाद में इजाफा हो सकता है क्योंकि तीन लाख 85 हजार से जाइद अपार्टमंट्स तबाह हुए हैं जबकि बड़ी तादाद में लोग लापता भी हैं। तुर्क सदर तय्यब अर्दगान का कहना है कि 11 सूबों में तबाह होने वाले 20 लाख के करीब अपार्टमंट्स की दुबारा तैयारी का काम अगले महीने से शुरू होगा। एएफपी के एक रिपोर्टर ने बताया कि जलजले के बाद खौफ-ओ-हिरास के मुनाजिर थे और जलजले के झटकों के बाद तबाहशुदा शहर में गर्द-ओ-गुबार के बादल उठते देखे गए। जलजले में जखमी होने वालों को मदद के लिए पुकारते हुए देखा गया। मुतास्सिरा इमारतों की दीवारें गिर गई। 6 फरवरी के तबाहकुन जलजले के बाद तुरकिया और शाम में छ: हजार से जाइद आफटर शाक्स महसूस किए गए हैं।

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