अगर आप भी सफर-ए-हज पर हैं तो इस एप को डाउनलोड कर लें
ये एप आठ आलमी जबानों में तैयार की गई है जो मस्जिद नबवी में इबादत के लिए आने और रोजा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम पर हाजिरी देने वाले मुस्लमानों को पंद्रह मुख़्तलिफ सर्विसिज मुहय्या करेगी
रियाद : सदारत आम्मा बराए उमूर हरमैन शरीफैन ऐसे मन्सूबों और प्रोग्रामों को जारी रखे हुए है, जिनका मकसद हरम शरीफ व मस्जिद नबवी में खिदमात के निजाम को रिमोट कंटोल अंदाज में पेश करना है। इस सिलसिले में जदीद टैक्नोलोजी, स्मार्ट एप्लीकेशंस और डीजीटल तब्दीलियों से भरपूर फायदा उठाया जा रहा है। जाइरीन और आजमीन की रहनुमाई की जिÞम्मेदार मुआविन एजेंसी बराए तकनीकी उमूर, डीजीटल ट्रांसफॉरमेशन और मस्नूई जहानत, मुकम्मल तौर पर अपडेटशुदा 'जाइरुन’ (विजीटर्ज) एप्लीकेशन के जरीये मस्जिद नबवी के अंदर आने वालों को एक आसान तजुर्बा फराहम करेगी।
आठ आलमी जबानों में तैयार की गई ये एप मस्जिद नबवी में इबादत के लिए आने वाले मुस्लमानों और रोजा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम पर हाजिरी देने वाले मुस्लमानों को पंद्रह मुख़्तलिफ सर्विसिज मुहय्या करेगी। ये एप्लीकेशन मस्जिद नबवी में आने वाले जाइरीन के लिए मुतअद्दिद खिदमात फराहम करती है, जिसमें मस्जिद नबवी के सेहनों में मुख़्तलिफ उमूर की अंजामदही की खिदमत भी शामिल है जो जाइरीन को मस्जिद नबवी के सफों की हालत का नक़्शा फराहम करेगी। इसके इलावा नमाज के औकात की सर्विस जो जाइरीन को दिन के लिए नमाज के औकात और हर नमाज के लिए अइम्मा, मोअज्जन और उनका तफसीली तआरुफ फराहम करेगी। ये एप जाइरीन को खुसूसी इजाजत नामे का एहतिमाम करने की खिदमत भी फराहम करती है। इस एप की दीगर सर्विसिज में रोजा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पर हाजिरी के औकात और हाजिरी के हवाले से रोजा शरीफ के अहम हिस्सों की वीडीयोज और तसावीर की शक्ल में भी रहनुमाई फराहम करेगी। इस एप के जरीये जाइरीन ये जान सकेंगे कि रोजा-ए-रसूल की जियारत के आदाब और करीने क्या हैं, रौजा शरीफ पर दुरूद वस्सलाम कैसे पढ़ा जाएगा। इसके इलावा ये एप जाइरीन को मस्जिद नबवी में खुतबा जुमा को बराह-ए-रास्त सुनने का मौका फराहम करती है। 'जाइर वन' एप्लीकेशन रमजान उल-मुबारक के बाबरकत महीने के दौरान इफतार दस्तर खवान के बारे में रहनुमाई फराहम करेगी। इसके इलावा मस्जिद नबवी के अहम दाखिली और खारिजी रास्तों के बारे में रहनुमाई फराहम करेगी।