मोहम्मद नवाज खान, अजमेर
21 रमजान के मौके पर दरगाह ख्वाजा साहब में यौम-ए-अली मनाया गया। सेहरी पार्टियों के बीच हुए नातिया मुकाबले में जीत हासिल करने वाली पार्टी को शील्ड व नजराना देकर हौसला अफजाई की गई। हजरत मौला अली शेरे खुदा की योम ए शहादत के मौके पर मुनाकिद मुख्तलिफ प्रोग्राम को खिताब करते हुए सैयद फजले मोईन चिश्ती ने कहा कि हर साल दरगाह कैंपस में यौम ए अली बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया जाता है। इस दौरान दरगाह ख्वाजा साहब में रोजादारों के लिए इफ़्तार का एहतेमाम किया गया। तरावीह की नमाज के बाद दरगाह के आहता ए नूर में कव्वालों ने मौला ए कायनात की शान में कलाम पेश किए। देर रात दरगाह कैंपस में वाके मकबरे में सेहरी पार्टियों के बीच मनकबतिया मुकाबला हुआ़ जिसमे दरगाह इलाके के अलावा आस पास की तकरीबन 12 सेहरी पार्टियों ने भाग लिया। सभी ने हजरत मौला अली की शान में मनकबत पेश किया।
मुकाबले में पहली, दूसरी और तीसरी जगह बनाने वाली पार्टियों को शील्ड और नजराना देकर उनकी हौसला अफजाई की गई। चिश्ती ने बताया की दो साल पहले प्रोग्राम में अव्वल आने वाली पार्टी को इनआम के साथ नजराने के तौर पर इराक (करबला) टूर का पैकेज दिया गया था। गौरतलब है कि वबाई मर्ज कोरोना के सबब दो सालों से ये प्रोग्राम नहीं हो रहा था।
सर्वज्ञ सेवा आश्रम ने कराया रोजा इफ्तार
मोहम्मद तौक़ीर, अजमेर शरीफ
हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर सर्वज्ञ सेवा आश्रम के सदर श्री बाबा जी और उनके भक्तों ने शहरी और इफ्तारी का इंतजाम किया। श्री बाबा जी और उनके भक्तों के इस जत्थे में तकरीबन 30 लोग शामिल थे जो मुल्क के अलग अलग हिस्सों से अजमेर शरीफ पहुंचा था। उन्होंने कहा कि कौमी एकता और भाई चारे का पैगाम देने देश के कई शहरों में ऐसे प्रोग्राम चलाए जाते हैं।