✒ गजा : आईएनएस, इंडिया इसराईली जारहीयत में और 4 हजार से जाइद फलस्तीनी अवाम की शहादत के बाद गजा के वालदैन ने बच्चों के पैरों पर नाम लिखना शुरू कर दिए हैं। अमरीकी मीडीया के मुताबिक बच्चों के जिस्म पर नाम लिखने का मकसद शहादत की सूरत में उनकी शिनाख़्त को मुम्किन बनाना है।
अमरीकी मीडीया का मजीद कहना है कि उनके एक सहाफी (पत्रकार) ने गजा में शहीद बच्चों के पैरों पर लिखे नाम की वीडीयो बनाई है। शहीद होने वाले बच्चों की वीडीयो अलाकसाई अस्पताल में बनाई गई। अमरीकी मीडीया के मुताबिक शहीद होने वाले बच्चे वसती (मध्य) गजा के इलाके के हैं। अमरीकी मीडीया के मुताबिक वहां इसराईली फौज ने बमबारी की थी। अमरीकी मीडीया के मुताबिक गजा में बच्चों की पिंडलियों पर नाम लिखने की रिवायत आम हो चुकी है। वहीं सेहोनियों ने अपने हाथ और बाजुओं पर 7अक्तूबर के साथ इसराईल जिंदा है, का नारा लिख रहे हैं, जिसकी वीडियो सोशल मीडीया पर वाइरल हो रही है।
शारजाह के हुक्मरां की अहलिया ने किया गजा के मजलूमीन के लिए 81 लाख डालर इमदाद का ऐलान
शारजाह : इमाराती न्यूज एजेंसी के मुताबिक दी बिग हार्ट फाउंडेशन की चेयरपर्सन अल शिखा जवाहर बिंत मुहम्मद अल कासिमी ने इतवार को अपनी तंजीम को गजा के फलस्तीनीयों के लिए 81 लाख डालर की इमदाद फराहम करने के अहकामात दिए हैं। ये अहकामात गजा की पट्टी पर इसराईल की जानिब से फिजाई बमबारी के तनाजुर में सामने आई है।इसराईल की कार्यवाईयों की वजह से गजा की आबादी को खुराक, रिहायश, साफ पानी, बिजली, तिब्बी सामान या दीगर जरूरीयात तक रसाई नहीं है, जिसकी वजह से उन्हें एक संगीन इन्सानी बोहरान (संकट) का सामना है। अलशिखा जवाहर बिंत मुहम्मद अल कासिमी, जो शारजाह के हुक्मराँ शेख सुलतान बिन मुहम्मद अल कासिमी की अहलिया हैं, ने जोर देते हुए कहा कि फलस्तीनी अवाम की हिमायत मुत्तहदा अरब अमीरात की एक पुरानी रिवायत है। खबरे के मुताबिक उन्होंने कहा कि फलस्तीनीयों के लिए इन्सानी हमदर्दी की बुनियादों पर इमदाद ‘दी बिग हार्ट फाउंडेशन’ के मकासिद में से है। अलशिखा जवाहर बिंत मुहम्मद अल कासिमी ने मुत्तहदा अरब अमीरात के शहरीयों और इदारों पर जोर दिया कि वो फलस्तीनी अवाम को अशिया-ए-जरूरत फराहम करने के लिए अतयात दें।
अमीरात में गजा के लिए इमदादी मुहिम के लिए साढ़े तीन हजार रजाकार शरीक
दुबई : मुत्तहदा अरब अमीरात में हिलाल अह्मर के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल बराए मुकामी उमूर राशिद अल मंसूरी ने कहा है कि अबूधाबी में गजा के मुतास्सिरीन के लिए इमदादी सामान के मजीद तेरह हजार पार्सल तैयार किए गए हैं। अल अमीरातुल यौम के मुताबिक उन्होंने कहा कि अतयात (डोनेशन) मुहिम के दूसरे हफ़्ते की सरगर्मियों में साढ़े तीन हजार रजाकारों (स्वयंसेवकों) ने हिस्सा लिया। राशिद अल मंसूरी ने कहा कि अतयात मुहिम पूरे मुल्क में गैर मुअय्यना (बेमियादी) मुद्दत तक चलाई जाएगी।हिलाल अह्मर टेलीफोनिक पैगामात और बैंक एकाऊंट पर अतयात और रजाकार ग्रुपों से मजीद इमदादी सामान •ाी वसूल करता रहेगा। अतयात की वसूली के लिए 26 सेंटर कायम किए गए हैं। उन्होंने मजीद कहा कि रफा चैक क्रासिंग खुलने और मुतास्सरीन तक इमदादी सामान की तरसील की शुरूआत के बाद मुकामी शहरीयों और मुकीम गैरमुल्कियों में रजाकाराना अमल में तेजी आएगी। अमीरात में मौजूद मुकीम गैरमुल्कियों और मुकामी शहरीयों ने अतयात मुहिम में •ारपूर हिस्सा लिया।