15 जिल हज्ज, 1444 हिजरी
मंगल, 4 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘भलाई से उम्र में इजाफा होता है, और बेशक इंसान गुनाह की वजह से रिज्क से महरूम कर दिया जाता है।’
- इब्ने माजा
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रियाद : आईएनएस, इंडिया तीन माह कब्ल इस्लाम कबूल करने वाले पादरी, नव मुस्लिम इब्राहीम रिचमंड ने शाह सलमान हज प्रोग्राम के मेहमान की हैसियत से हज अदा कर लिया।
याद रहे कि दुनियाभर से लाखों आजमीन ने अपने गुनाहों की तौबा करते हुए इस्लाम के 5 बुनियादी अरकान में से एक ‘हज’ की अदायगी की। गैर मुल्की मीडीया की रिपोर्टस के मुताबिक ईसाईयत छोड़कर इस्लाम कबूल करने वाले साबिक पादरी, इबराहीम रिचमंड के एक खाब ने उनकी जिंदगी बदल कर रख दी, जिसके बाद वो अपने हजारों पैरोकारों के साथ इस्लाम में दाखिल हो गए।
जुनूबी अफ्रÞीका से ताल्लुक रखने वाले इबराहीम रिचमंड ने खाब में मुस्लमान होने की दावत कबूल की थी और इस्लाम कबूल करने के सिर्फ 3 माह बाद ही सऊदी शाह सलमान के हज प्रोग्राम में मेहमान की हैसियत से हज अदा किया। इबराहीम रिचमंड के मुताबिक उन्होंने खाब पर अमल करते हुए अपने पैरोकारों को भी मुस्लमान होने की दावत दी और खुद भी दायरा इस्लाम में दाखिल होकर अपना इस्लामी नाम इबराहीम रखा है। हरमैन के तसदीक शुदा टवीटर एकाऊंट पर भी उनकी तस्वीरें और वीडीयो शेयर की गई है। याद रहे कि ईद-उल-अदहा के मौका पर मुक्का मुकर्रमा में मस्जिद उल-हराम और मदीना मुनव्वरा में मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में नमाज-ए-ईद के दुनिया के सबसे बड़े इजतिमाआत मुनाकिद हुए। वाजिह रहे कि हज का रुकन-ए-आजम वकूफ-ए-अर्फात अदा करने के बाद लाखों हुज्जाज किराम गुजिश्ता रात मुजदल्फा पहुंचे थे। हुज्जाज किराम ने मुजदल्फा पहुंच कर मगरिब और इशा की नमाजें एक साथ अदा कीं और रात को वहीं पर कियाम किया।