21 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
मंगल, 14 मार्च 2023
जकार्ता : आईएनएस, इंडिया
इंडोनेशिया में खौफनाक आतिशफिशां (ज्वालामुखी) फटने से बहुत से देहात पहाड़ से उड़ने वाले धुएं और राख के नीचे आ गए। दुनिया में सबसे ज्यादा आतिशफिशां के लिए मशहूर पहाड़ ‘मेरापी’ सनीचर के रोज जोरदार धमाके से फट गया जिससे दूर-दूर तक आग और धुआँ फैल गया। करीब मौजूद देहात राख और धुएं की लपेट में आ गए। इंडोनेशिया की डीजासटर मैनेजमेंट एजेंसी ने बताया कि फौरी तौर पर किसी के जखमी होने की इत्तिला नहीं है। कंपास टीवी के जरीये नशर की जाने वाली फूटेज में आतिशफिशां के करीब एक गांव में मकानात और सड़कें राख से ढकी हुई दिखाई दे रही हैं। मेरापी आतिशफिशां आॅब्जर्वेटरी ने अंदाजा लगाया है कि राख का बादल 3 हजार मीटर तक बुलंद है। हुक्काम ने पहाड़ फटने के बाद सात किलोमीटर तक गढ़े के आस-पास के इलाकों में दाखिले पर पाबंदी लगा दी। आतिशफिशां मुकामी वक़्त के मुताबिक सनीचर की दोपहर 12 बजकर 12 मिनट पर हुआ। डीजासटर मैनेजमेंट के तर्जुमान ने कहा कि माउंट मेरापी के फटने के मुम्किना खतरात के पेश-ए-नजर हम मुम्किना खतरे वाले इलाके में तमाम सरगर्मियां रोकने की सिफारिश कर रहे हैं। इलाके के मकीनों को राख की वजह से बदअमनी के खतरे से खबरदार रहना होगा। खासतौर पर आतिशफिशां कीचड़ के धारों की तशकील के मुम्किना खतरात से होशयार रहने कहा गया है। मेरापी में एक मुशाहिदाती पोस्ट के डयूटी आॅफीसर ने एक बयान में कहा कि आतिशफिशां के करीब कम अज कम आठ गांव आतिशफिशाँ की राख से मुतास्सिर हुए हैं। इंडोनेशिया में तकरीबन 130 फआल आतिशफिशां हैं जो 17,000 से ज्यादा जजाइर पर मुश्तमिल एक जजाइर बहर-ए-अलकाहल में रंग आफ फायर पर वाके है।
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