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खाड़ी देशों में रहने वाले मुस्लमान टूरिस्ट वीजे पर कर सकेंगे उमरा

21 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
मंगल, 14 मार्च 2023

दुबई : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब के वजीर सयाहत (पर्यटन मंत्री) अहमद अल खतीब ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक ट्वीट में ऐलान किया है कि सऊदी अरब ने खलीज तआवुन काउंसिल के मुल्कों के बाशिंदों को सयाहत के वीजे देने के लिए मखसूस पेशों की शर्त को मंसूख कर दिया है। 
खाड़ी देशों में रहने वाले मुस्लमान टूरिस्ट वीजे पर कर सकेंगे उमरा
file photo
    अल खतीब के मुताबिक सयाहती वीजे में खलीजी ममालिक (खाड़ी देश) में तमाम पेशों से मुंसलिक मुस्लमान उमरा की सआदत हासिल कर सकेंगे। सऊदी वजीर सयाहत ने कहा कि हम खलीजी ममालिक के तमाम बाशिंदों को वाजेह और आसान इकदामात के साथ खुश-आमदीद कहते हैं। सऊदी अरब का दौरा करने के लिए वीजा हासिल करना आसान हो गया है और तमाम पेशों से मुंसलिक अफराद उमरा की सआदत हासिल कर सकेंगे। गुजिशता साल सऊदी अरब ने खलीजी ममालिक के रिहायशियों के लिए सयाहती वीजे का इजरा किया था, जिसमें मखसूस पेशों के लोग शामिल थे। सयाहती वीजा सयाहती वजूहात की बिना पर सऊदी अरब में दाखिले की इजाजत देता है, जैसे कि तकरीबात, खानदान और दोस्तों से मिलने, तफरीही सरगर्मियां, उमरा करना शामिल है, ताहम उनमें हज और मुताला के मकसद दौरे शामिल नहीं। फीस 300 रयाल है, इसके अलावा मेडीकल इंश्योरेंस की फीस भी वसूल की जाएगी।

रमजान में उमरा का रजिस्ट्रेशन कराने की इजाजत

सऊदी अरब की वजारत हज-ओ-उमरा ने एप्लीकेशन के जरीये बाजाबता तौर पर रमजान उल मुबारक के बाबरकत महीने में उमरा करने का इजाजतनामा जारी करने के इमकान का ऐलान किया। वजारत हज ने अपने ट्वीटर अकाउंट के जरीये कहा कि रमजान उल-मुबारक के उमरे के लिए इजाजतनामा का इजरा खोल दिया गया है। इसके साथ ही एप्लीकेशन के जरीये बुकिंग करने के लिए पहल करने कहा गया है ताकि आपका उमरा आसान और सहल हो। इससे पहले वजारत हज-ओ-उमरा ने उमरा की दरखास्त मंसूख करने का ऐलान किया था।

किंग अब्दुल अजीज काम्पलैक्स में गिलाफ-ए-काअबा से मुताल्लिक 4 मन्सूबों का इफ़्तिताह

रियाद : पीर के रोज मस्जिद हराम और मस्जिद नबवी (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) के उमूर की सदारत आम्मा के सरबराह अल शेख डाक्टर अब्दुर्रहमान अलसदीस ने किंग अब्दुल अजीज काम्पलैक्स में गिलाफ-ए-काअबा के लिए चार तरक़्कीयाती मन्सूबों का इफ़्तिताह किया। 
    काम्पलैक्स के अस्सिटेंट जनरल सदर इंजीनियर सुल्तान अलकरशी ने बताया कि इन मन्सूबों की नुमाइंदगी खुदकार बीनाई करने वाली मशीनों की तैयारी के मंसूबे में की गई है। इन मशीनों की खुसूसीयत पैदावार की तेज रफ़्तारी, मेयार और इंतिहाई दुरूस्तगी के साथ काम करना है। किंग अब्दुल अजीज काम्पलैक्स में जाइरीन को गिलाफ-ए-काअबा के लिए रोबोट की खिदमात फराहम करने का मन्सूबा भी बनाया गया है। इस मंसूबे के जरीये जाइरीन के लिए नुमाइश का एहतिमाम किया जाएगा। ये रोबोट एक से ज्यादा जबानों में बोलने की सलाहीयतों के हामिल हैं। इस मंसूबे से गिलाफ-ए-काअबा की नुमाइश के लिए मुलाजमीन को कम करने मौका मिलेगा। अलकरशी ने बताया कि इन मन्सूबों में किंग अब्दुल अजीज एंडोमेंट प्लांट का इफ़्तिताह भी शामिल है। इन मन्सूबों में किंग अब्दुल अजीज की जानिब से पीने के प्यालों का मन्सूबा भी शामिल है जो काअबा के कसवा के लिए किंग अब्दुल अजीज काम्पलैक्स के जाइरीन और मुलाजमीन के लिए पीने के लिए मौजूं ठंडा पानी मुहय्या करता है।

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