23 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
जुमेरात, 16 मार्च 2023
सुप्रीम कोर्ट में दरखास्त दायर
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडियासुप्रीमकोर्ट में एक दरखास्त दायर की गई है, जिसमें मर्दों के लिए कौमी कमीशन का मुतालिबा किया गया है। दरखास्त में कहा गया कि शादीशुदा मर्दों में खुदकुशी के वाकियात में इजाफा हो रहा है। दरखास्त में नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो का डेटा दिया गया है। इससे निमटने के लिए रहनुमा उसूल जारी करने और मर्दों के लिए कौमी कमीशन बनाने का मुतालिबा किया गया है। ये दरखास्त एडवोकेट महेश कुमार तिवारी की जानिब से सुप्रीमकोर्ट में दायर की गई है। दरखास्त में इस्तिदा की गई है कि घरेलू तशद्दुद (हिंसा) का शिकार होने वाले शादीशुदा मर्दों के लिए कौमी मर्द कमीशन बनाया जाए। अर्जी में एनसीआरबी के आदाद-ओ-शुमार का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि साल 2021 से अब तक कितने शादीशुदा मर्दों ने खुदकशी की है। दरखास्त में कहा गया है कि खुदकुशी करने वाले शादीशुदा मर्दों की तादाद 81,063 थी जबकि 28,680 शादीशुदा खवातीन की तादाद है। एनसीआरबी के आदाद-ओ-शुमार का हवाला देते हुए, दरखास्त में कहा गया कि साल 2021 में तकरीबन 33.2 फीसद मर्दों ने खानदानी मसाइल की वजह से अपनी जिंदगी का खातमा किया और 4.8 फीसद मर्दों ने शादी से मुताल्लिक वजूहात की वजह से अपनी जिंदगी का खातमा किया। दरखास्त में शादीशुदा मर्दों की खुदकुशी के मुआमले से निमटने और घरेलू तशद्दुद का शिकार होने वाले मर्दों की शिकायात पर कार्रवाई करने के लिए कौमी इन्सानी हुकूक कमीशन को हिदायत देने का भी मुतालिबा किया गया है। अर्जी में मर्कज से ये भी दरखास्त की गई है कि वो वजारत-ए-दाखिला के जरीये महिकमा पुलिस को हिदायत दे कि घरेलू तशद्दुद का शिकार होने वाले मर्दों की शिकायात को फौरी तौर पर कबूल करे। दरखास्त में मुतालिबा किया गया है कि ला कमीशन आफ इंडिया को सिफारिश जारी की जाए कि वो घरेलू तशद्दुद या खानदानी मसाइल और अजदवाजी मसाइल से दो-चार शादीशुदा मर्दों की खुदकुशी के मुआमले पर तहकीक करे और एक कौमी जैसा फोरम तशकील देने के लिए जरूरी रिपोर्ट तैयार करे।
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