सफर उल मुजफ्फर, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जिस शख्स का मकसद आखेरात की बेहतरी हो, अल्लाह ताअला उसके दिल को गनी कर देता है, उसके बिखरे हुए कामों को समेट देता है और दुनिया ज़लील हो कर उसके पास आती हैं।
- तिर्मीज़ी शरीफ
15 अगस्त, यौमे आजादी पर दरगाह हजरत बाबा अब्दुल रहमान शाह काबुली (रहमतुल्लाह अलैह), पुराना बस स्टैंड में दरगाह इन्तेजामिया कमेटी की जानिब से परचम कुशाई की गई।
इस मौके पर मौजूद शहर के मोअज्जिज हजरात ने मजहबी यकजहती और भाईचारगी का पैगाम देते हुए रियासत और मुल्क की तरक्की, खुशहाली और कामयाबी के लिए दुआएं की। इस दौरान सैय्यद मासूब अली और शेख इमरान की जानिब से जरूरत मंद बच्चे को व्हील चेयर दिया गया।
तकरीब में दरगाह इंतेजामिया कमेटी के सदर सैय्यद रज्जब अली, संदीप जैन, बीजेपी नेता संजय सिंह, मासूब अली, अमजद अली, इस्माईल चौहान, मोहम्मद शरीफ खान, जाहिद अली, सूर्यमणी मिश्रा, जमाल खान, रज़ा खोखर, अबरार पंवार, शबाना निशा रानी, मीना मानिकपुरी, अकबर खान, रफीक भाई, असगर अली समेत शहर के लोग कसीर तादाद में मौजूद थे।