कर्नाटक : भाजपा सरबराह की इश्तेआल अंगेजी, जिंदा नहीं रहने चाहिए टीपू सुल्तान के पैरोकार

बैंगलौर : आईएनएस, इंडिया 
कर्नाटक बीजेपी के सदर निलीन कुमार कटियल ने 18वीं सदी के मैसूर हुक्मरां और अजीम मुजाहिदे आजादी टीपू सुलतान के हवाले से एक मुतनाजा (विवादित) बयान दिया है। उन्होंने कहा कि टीपू सुलतान के पुरजोश पैरोकारों को जिंदा नहीं रहना चाहिए। यही नहीं, उन्होंने कहा कि टीपू सुलतान की औलाद को जंगलों में भेज देना चाहिए। 
जिंदा नहीं रहने चाहिए टीपू सुल्तान के पैरोकार
टीपू सुल्तान 
    बीजेपी टीपू सुलतान पर हजारों लोगों को जबरदस्ती मजहब तबदील करने का इल्जाम लगाती रही है। पिछली सदर उमय्या हुकूमत ने लगातार दो बार टीपू सुलतान की यौम-ए-पैदाइश मनाई थी। इस पर बीजेपी मुसलसल सवाल उठा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक बुध 15 फरवरी को कोपल जिÞला के यलबर्गा में बीजेपी के हामियों से खिताब करते हुए कहा कि हम भगवान राम और भगवान हनूमान के भक्त हैं। हम भगवान हनूमान को पूजते हैं, हम टीपू की औलाद नहीं हैं। आईए, टीपू की औलाद को घर वापस भेज दें। उन्होंने कहा कि मैं यहां के लोगों से पूछता हूँ, क्या आप भगवान हनूमान की पूजा करते हैं या टीपू की; फिर जो लोग टीपू के कट्टर पैरोकार हैं, क्या आप उन्हें जंगल भेजेंगे।
    ख़्याल रहे कि टीपू सुलतान बमुकाबला हनूमान बहस उस वक़्त जोर पकड़ गई, जब उतर प्रदेश के वजीर-ए-आला योगी आदित्य नाथ ने रियासत में 2018 के असेंबली इंतिखाबात से कब्ल इस मुआमले पर बयान दिया था। योगी ने कहा था कि कर्नाटक हनूमान की सरजमीन है, जिस पर कभी विजय नगर हुकमरानों की हुकूमत थी। ये बदकिस्मती है कि कांग्रेस हनूमान और विजय नगर की पूजा करने के बजाय टीपू सुलतान की पूजा कर रही है, अगर कांग्रेस हार गई तो टीपू की पूजा करने कोई नहीं आएगा। इससे पहले रियास्ती भाजपा सदर ने एक बयान में कहा था कि इस बार असेंबली इंतिखाबात टीपू बमुकाबला सावरकर के मसला पर लड़े जाएंगे। ख़्याल रहे कि कर्नाटक असेंबली इंतिखाबात इस साल अप्रैल-मई में होने का इमकान है।
रज्जबुल मुरज्जब 1444 हिजरी
फरवरी 2023
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