नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
आम आदमी पार्टी ने लेफ़्टीनैंट गवर्नर (एलजी) वीके सक्सेना पर दिल्ली हज कमेटी का इलेक्शन गैर आईनी तरीके से कराने का इल्जाम लगाते हुए कहा कि एलजी ने आफिसरान को धमकियां देकर गै़रकानूनी तौर पर हज कमेटी का इंतिखाब और नोटीफिकेशन जारी कराया।
ख़्याल रहे कि दिल्ली स्टेट हज कमेटी के सरबराह के लिए होने वाले इंतिखाब में बीजेपी की हिमायतयाफताह उम्मीदवार कौसर जहां ने कामयाबी हासिल कर ली है। कौसर जहां इस ओहदे पर फाइज होने वाली दूसरी खातून हैं। उनसे कब्ल कांग्रेस रहनुमा ताजदार बाबर हज कमेटी की चेयरपर्सन रह चुकी हैं। कमेटी के इंतिखाब पर आम आदमी पार्टी ने एतराज जाहिर किया है और कहा है कि दिल्ली के एलजी ने मुबय्यना तौर पर एक मर्तबा फिर बेईमानी की है। ‘आप’ की सीनीयर लीडर और एमएलए आतिशी ने कहा कि हज कमेटी का गै़रकानूनी गैर आईनी इंतिखाब हुआ है। उन्होंने कहा, हज कमेटी दिल्ली हुकूमत के महकमा महसूलात के तहत आता है। महकमा महसूलात तालीम, सेहत, बिजली, पानी, महसूल जैसे मुंतकिलशुदा सब्जेक्ट है और ये दिल्ली की मुंतखब हुकूमत के दायरा इखतियार में आता है।
लेफ़्टीनेंट गवर्नर के पास इन मुंतकिलशुदा मुआमले में आजादाना फैसले करने का इखतियार नहीं है। आतिशी ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट की आईनी बेंच ने अपने अहकामात में दो बार ये वाजेह किया है कि लेफ़्टीनेंट गवर्नर के पास आजादाना फैसले करने का इखतियार नहीं है। आईनी बेंच ने कहा कि जमीन, ला एंड आर्डर और पुलिस, ये तीनों मुआमले मर्कजी हुकूमत के तहत आते हैं। लेफ़्टीनेंट गवर्नर सिर्फ इन तीनों मुआमलों पर फैसले कर सकता है। लेफ़्टीनेंट गवर्नर की जिÞम्मेदारी है कि वो आईनी ओहदे पर बैठ कर आईन के वकार को बरकरार रखें।
आम आदमी पार्टी ने लेफ़्टीनैंट गवर्नर (एलजी) वीके सक्सेना पर दिल्ली हज कमेटी का इलेक्शन गैर आईनी तरीके से कराने का इल्जाम लगाते हुए कहा कि एलजी ने आफिसरान को धमकियां देकर गै़रकानूनी तौर पर हज कमेटी का इंतिखाब और नोटीफिकेशन जारी कराया।
![]() |
कौसर जहां |
लेफ़्टीनेंट गवर्नर के पास इन मुंतकिलशुदा मुआमले में आजादाना फैसले करने का इखतियार नहीं है। आतिशी ने कहा कि सुप्रीमकोर्ट की आईनी बेंच ने अपने अहकामात में दो बार ये वाजेह किया है कि लेफ़्टीनेंट गवर्नर के पास आजादाना फैसले करने का इखतियार नहीं है। आईनी बेंच ने कहा कि जमीन, ला एंड आर्डर और पुलिस, ये तीनों मुआमले मर्कजी हुकूमत के तहत आते हैं। लेफ़्टीनेंट गवर्नर सिर्फ इन तीनों मुआमलों पर फैसले कर सकता है। लेफ़्टीनेंट गवर्नर की जिÞम्मेदारी है कि वो आईनी ओहदे पर बैठ कर आईन के वकार को बरकरार रखें।
उन्होंने कहा कि लेफ़्टीनेंट गवर्नर जिस तरह रोजाना गै़रकानूनी और गैर आईनी फैसले कर रहे हैं, चाहे वो असातिजा को फिनलैंड जाने से रोकना हो, मुहल्ला क्लीनिक के डाक्टरों की तनख़्वाहें और बिल रोकना हो, बुजुर्गों की पेंशन रोकना हो या फिर गै़रकानूनी तरीके से हज कमेटी बनाकर उसमें इंतिखाबात करवाना हो, ये सही नहीं है। वाजेह रहे कि कौसर जहां को दिल्ली सेक्रेटेरीट में होने वाले दिल्ली स्टेट हज कमेटी के इंतिखाब में अरकान की जानिब से डाले गए तमाम 5 में से तीन वोट हासिल हुए। कमेटी के तमाम छ: अरकान में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के दो-दो आलम दीन मोहम्मद साद और कांग्रेस की काउंसलर नाजिया दानिश शामिल हैं। कमेटी के अरकान में रुक्न पालिर्यामंट गौतम गंभीर भी शामिल हैं।
1 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
22 फरवरी 2023
nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav
nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav