नई तहरीक : भिलाई
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको के सूक्ष्य जीव विज्ञान में लाइकेन्स एवं रिसर्च में नई दिशा पर अंतर्राष्ट्रीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर जयालाल एवं डीन प्रोफेसर उदया कुमारा थे। कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए विभागााध्यक्ष डॉ. शमा ए. बेग ने बताया कि माइक्रो एशिया के फाउंडर डॉ. जयालाल से भेंट के दौरान उन्होंने व्याख्याताओं को अपने विषय लाइकेन्स एवं छात्रों को शोध के नए विकल्प बताने आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। प्रोफेसर जयालाल संबरगामुवा विश्वविद्यालय, श्रीलंका में सूक्ष्य जीवविज्ञान के विभागाध्यक्ष हैं तथा उन्होंने लाइकेनोलॉजी के विषय की शुरूआत अपने विश्वविद्यालय में की। उन्होंने बताया कि लाइकेन्स को जैविक सूचक के रुप में जाना जाता है और लाइकेन्स से उपलब्ध अनेक प्रकिण्वक का उपयोग जीवाणुओं के विरुद्ध प्रयुक्त किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को नवीन विषयों पर शोध करने प्रेरित किया व कहा कि छात्रों को हमेशा प्रयासरत होना चाहिये ताकि जेआई और टॉफेल परीक्षा में सम्मिलित हो अपने शोध के लिये छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकें।
संबरगामुवा विश्वविद्यालय श्रीलंका के डीन एवं प्रोफेसर उदयाकुमारा ने अपने विश्वविद्यालय को विश्व का सबसे सुन्दर विश्वविद्यालय बताते हुए प्राध्यापकों एवं छात्रों को वहॉं आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को सिर्फ डिग्री के लिए ही नहीं पढ़ना चाहिए अपितु उन्हें शोध के लिये भी प्रयासरत होना चाहिए। छात्र चाहे तो कोई भी उपलब्धि असंभव नहीं है, बस-उन्हें एकाग्रचित होकर प्रयास करना होगा।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा, यह हमारे महाविद्यालय के लिये गर्व की बात है कि विदेश से आए अतिथि वक्ताओं को हमें सुनने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि छात्र व प्राध्यापक अपने विचार आदान-प्रदान कर विषय को समझें एवं भविष्य में कार्य की रूपरेखा तैयार करें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने महाविद्यालय को अतिथि व्याख्यान का आयोजन करने बधाई दी और कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से अपने विचारों का आदान-प्रदान करने की अच्छी पहल है। अतिथियों का स्वागत डॉ. शिवानी शर्मा, आईक्यूएसी को-आर्डिनेटर, डॉ रजनी मुदलियार, डॉ. सुनीता शर्मा ने पौधे भेंटकर किया।
आभार प्रदर्शन सहायक प्राध्यापिका योगिता लोखंडे ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक अमित कुमार साहू, मोनिका मेश्राम एवं देवेन्द्र कुमार पटेल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में विज्ञान विभाग के सभी छात्र उपस्थित थे
प्राचार्य डॉक्टर हंसा शुक्ला ने बताया कि प्रतियोगिता में महाविद्यालयीन, स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र एवं शोध विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर शमा बेग ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से वर्ष 2023 की थीम ‘ग्लोबल साईंस फॉर ग्लोबल वेल बींईग’ पर छात्र अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। विज्ञान में नवाचार, अभिनव पहल, पोस्टर, मॉडल, क्विज, शोध कार्य, साईंस कविता, मीमस, तात्कालिक भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से विज्ञान को सरलीकृत कर उससे छात्र अनुभव प्राप्त करेंगे एवं अपनी बौद्धिक क्षमता का परिचय देंगे।
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको के सूक्ष्य जीव विज्ञान में लाइकेन्स एवं रिसर्च में नई दिशा पर अंतर्राष्ट्रीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर जयालाल एवं डीन प्रोफेसर उदया कुमारा थे। कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए विभागााध्यक्ष डॉ. शमा ए. बेग ने बताया कि माइक्रो एशिया के फाउंडर डॉ. जयालाल से भेंट के दौरान उन्होंने व्याख्याताओं को अपने विषय लाइकेन्स एवं छात्रों को शोध के नए विकल्प बताने आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। प्रोफेसर जयालाल संबरगामुवा विश्वविद्यालय, श्रीलंका में सूक्ष्य जीवविज्ञान के विभागाध्यक्ष हैं तथा उन्होंने लाइकेनोलॉजी के विषय की शुरूआत अपने विश्वविद्यालय में की। उन्होंने बताया कि लाइकेन्स को जैविक सूचक के रुप में जाना जाता है और लाइकेन्स से उपलब्ध अनेक प्रकिण्वक का उपयोग जीवाणुओं के विरुद्ध प्रयुक्त किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को नवीन विषयों पर शोध करने प्रेरित किया व कहा कि छात्रों को हमेशा प्रयासरत होना चाहिये ताकि जेआई और टॉफेल परीक्षा में सम्मिलित हो अपने शोध के लिये छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकें।
संबरगामुवा विश्वविद्यालय श्रीलंका के डीन एवं प्रोफेसर उदयाकुमारा ने अपने विश्वविद्यालय को विश्व का सबसे सुन्दर विश्वविद्यालय बताते हुए प्राध्यापकों एवं छात्रों को वहॉं आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को सिर्फ डिग्री के लिए ही नहीं पढ़ना चाहिए अपितु उन्हें शोध के लिये भी प्रयासरत होना चाहिए। छात्र चाहे तो कोई भी उपलब्धि असंभव नहीं है, बस-उन्हें एकाग्रचित होकर प्रयास करना होगा।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा, यह हमारे महाविद्यालय के लिये गर्व की बात है कि विदेश से आए अतिथि वक्ताओं को हमें सुनने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि छात्र व प्राध्यापक अपने विचार आदान-प्रदान कर विषय को समझें एवं भविष्य में कार्य की रूपरेखा तैयार करें।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने महाविद्यालय को अतिथि व्याख्यान का आयोजन करने बधाई दी और कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से अपने विचारों का आदान-प्रदान करने की अच्छी पहल है। अतिथियों का स्वागत डॉ. शिवानी शर्मा, आईक्यूएसी को-आर्डिनेटर, डॉ रजनी मुदलियार, डॉ. सुनीता शर्मा ने पौधे भेंटकर किया।
आभार प्रदर्शन सहायक प्राध्यापिका योगिता लोखंडे ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक अमित कुमार साहू, मोनिका मेश्राम एवं देवेन्द्र कुमार पटेल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में विज्ञान विभाग के सभी छात्र उपस्थित थे
राष्टीय विज्ञान दिवस पर छ: दिवसीय विज्ञान स्पर्धनम कार्यक्रम आयोजित
नई तहरीक : छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद् एवं राष्टीय विज्ञान परिषद् एवं प्रौद्योगिकी संचार, डीएसटी, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में छ: दिवसीय राष्टीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया।प्राचार्य डॉक्टर हंसा शुक्ला ने बताया कि प्रतियोगिता में महाविद्यालयीन, स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र एवं शोध विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। कार्यक्रम की संयोजिका डॉक्टर शमा बेग ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से वर्ष 2023 की थीम ‘ग्लोबल साईंस फॉर ग्लोबल वेल बींईग’ पर छात्र अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। विज्ञान में नवाचार, अभिनव पहल, पोस्टर, मॉडल, क्विज, शोध कार्य, साईंस कविता, मीमस, तात्कालिक भाषण एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से विज्ञान को सरलीकृत कर उससे छात्र अनुभव प्राप्त करेंगे एवं अपनी बौद्धिक क्षमता का परिचय देंगे।