नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
इंडियन इंस्टीटियूट आफ टेक्नोलोजी (आईटी) कानपूर के मुहक़्किकीन ने एक तहकीक में कहा है कि हिन्दोस्तान में कोरोना वाइरस के इन्फेक्शन की चौथी लहर 22 जून के करीब आ सकती है और अगस्त के वस्त तक ये उरूज पर पहुंच सकती है।
ये तहकीक हाल ही में एक जरीदे में शाइआ हुई थी और इस पर अभी वजाहत बाकी है। मुहक़्किकीन ने ये अंदाजा शुमारयाती मॉडल्ज की बुनियाद पर लगाया है जिसके मुताबिक मुम्किना चौथी लहर तकरीबन चार माह तक जारी रहेगी। आईआईटी कानपूर के शोबा रियाजी और शुमारियात के प्रसाद राजेश भाई, सुभरा शंकरधर की सरबराही में की गई इस तहकीक में बताया गया है कि चौथी लहर की शिद्दत का इन्हिसार कोरोना वाइरस की नई मुम्किना शक्ल और पूरे मुल्क में वैक्सीनेशन की सूरत-ए-हाल पर होगा। मुहक़्किकीन ने कहा कि ताहम ये इमकान हमेशा रहता है कि मुम्किना नए पैटर्न का मजमूई तशखीस पर गहरा असर पड़ सकता है। अहम बात ये है कि वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने हाल ही में खबरदार किया था कि कोरोना वाइरस की ओमेकरोन शक्ल हतमी शक्ल नहीं होगी और अगली शक्ल ज्यादा मुतअद्दी हो सकती है।
मुहक्कीकीन-शोधकर्ता
शुमारयात-आंकड़ें
इन्हसार-निर्भरता
मजमूई तशखीस-संपूर्ण मूल्यांकन
हतमी शक्ल-अंतिम फार्म
मुतअद्दी-संक्रामक