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इसराईल का दूसरे मरहले के लिए ऐलाने जंग, हम्मास के खात्मे और यरगमालियों की वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई

इसराईल का दूसरे मरहले के लिए ऐलाने जंग, हम्मास के खात्मे और यरगमालियों की वापसी तक जारी रहेगी लड़ाई
File Photo

✒ मकबूजा बैतुल-मुकद्दस : आईएनएस, इंडिया 

काबिज रियासत इसराईल के वजीर-ए-आजम बेंजामिन नेतन्याहू ने गजा में हम्मास के अस्करीयत पसंदों के खिलाफ जंग के दूसरे मरहले का ऐलान करते हुए खबरदार किया है कि ये जंग तवील (लंबी) और शदीद (•ायानक) होगी। उन्होंने तेल अबीब में सहाफियों (पत्रकारों) से गुफ़्तगु में कहा कि अब जंग का दूसरा मरहला शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि जंग के इस मरहले के मकासिद वाजेह हैं जो हम्मास की अस्करी सलाहीयत के साथ-साथ उसकी तंजीम को खत्म करना है और इसराईल के यरगमाल (बंदियों) को वापिस घर लाना है। 
    उनका दावा था कि हम्मास के हमले में यरगमाल बनाए गए 200 से जाइद इसराईली शहरीयों की वापसी के लिए हर हद तक कोशिश की जाएगी। इसराईली वजीर-ए-आजम ने अपनी फोर्सेज की कार्यवाईयों को जंग की शुरूआत करार देते हुए कहा कि दुश्मन को जमीन के ऊपर और उसके अंदर तबाह कर देंगे। वाजेह रहे कि गजा में हम्मास की अस्करीयत पसंदों ने जेर-ए-जमीन सुरंगों का जाल बनाया हुआ है जिसके जरीये वो ना सिर्फ अपनी तंजीम चलाते हैं बल्कि उसके जरीये मुख़्तलिफ अश्या •ाी गजा में लाई जाती हैं। इसराईल के वजीर-ए-आजम ने एक बार फिर गजा के शुमाली इलाकों से फलस्तीनीयों के इन्खिला (निकास) की अपील की। वाजेह रहे कि यही वो इलाका है, जिसे उस वक़्त इसराईली फोर्सिज सबसे ज्यादा निशाना बना रही हैं। हम्मास ने सात अक्तूबर को इसराईल के जुनूबी इलाकों पर जमीन, फिजा और बहरी रास्तों से बैयकवक्त हमला किया था। इस अचानक और गैर मुतवक़्के हमले के बाद गजा मुसलसल इसराईली फोर्सिज के हमलों की जद में है। हम्मास के इसराईल पर हमले में 1400 से जाइद अफराद हलाक हुए थे। इसराईल का कहना है कि हलाक होने वालों में अक्सरीयत आम शहरीयों की थी। 
    दूसरी जानिब गजा पर इसराईली बमबारी से लग•ाग छ: हजार अम्वात हो चुकी हैं जिनमें एक बड़ी तादाद बच्चों की •ाी शामिल है। वाजेह रहे कि अमरीका हम्मास को अक्तूबर 1997 में दहशतगर्द तंजीम करार दे चुका है। इसी तरह कैनेडा ने 2002 योरपी यूनीयन ने 2003 और जापान ने 2005 में उसे कुलअदम तंजीम करार दिया था। इसराईल के साथ-साथ बर्तानिया और आस्ट्रेलिया •ाी उसे दहश्तगर्द तंजीम करार दे चुके हैं। हालिया कार्यवाईयों के हवाले से इसराईली डिफेंस फोर्सेज (आईएफ) के तर्जुमान ने बताया कि जंगी जहाजों ने गजा के शुमाली इलाकों में हम्मास के 150 से जाइद जेर-ए-जमीन ठिकानों को निशाना बनाया जिसमें हम्मास की बनाई गई सुरंगें तबाह हुई हैं जबकि जेर-ए-जमीन उसके जंगी ठिकाने •ाी निशाना बने हैं। 
    इसराईली फौज ने हम्मास के अहम अराकीन की अम्वात का •ाी दावा किया है। फौजी तर्जुमान का कहना था कि उनकी हलाकतें और उनका खातमा जंग के मराहिल में एक अहम पेश-रफ़्त है। आईडीएफ के हुक्काम ने सोशल मीडीया पर शेयर करदा पोस्ट में कहा है कि उनके लड़ाका तय्यारों ने कार्रवाई के दौरान हम्मास के अहम रहनुमा को मुम्किना तौर पर हलाक कर दिया है। तर्जुमान के हवाले से कहा गया है कि वो इसराईली फौज के ठिकानों पर ड्रोन हमलों के •ाी जिÞम्मेदार थे। दूसरी तरफ हम्मास ने इसराईली हमलों का मुकम्मल ताकत से मुकाबला करने का अह्द किया है। हम्मास के मुसल्लह विंग अलकसाम ब्रिगेड का कहना है कि उसके जंगजू गजा के शुमाल मशरिकी कस्बे बेत हनौन और वसती इलाके अलबीरज में इसराईली फोर्सेज के साथ लड़ाई में मसरूफ हैं। इसराईली फौज ने अपनी अवाम को बावर (•ारोसा) कराया है कि इस जंग के दो मकासिद हैं, एक हम्मास का खातमा और दूसरा 230 यरगमालियों की बाजयाबी (वापसी) को यकीनी बनाना है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक इसराईल ने गजा पर जमीनी और फिजाई हमलों में इजाफे के साथ-साथ यरगमालियों के खानदानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। 

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