इस साल 50 लाख तकसीम करने का हदफ
कौम के नौनिहालों को आला और मेअयारी ताअलीम दिलाना मकसूद
मददगार हाथों की रसाई स्कूलों से आगे मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों तक
जकात फाउंडेशन के सालाना इजलास में कामयाब तलबा को एजाज से नवाजा गया
हौसलों को इस तरह आजमाया जाए, मुश्किलों को देखकर मुस्कुराया जाए। - इमरान प्रतापगढ़ी
✒ नई तहरीक : रायपुरकौम के होनहारों को आला व मेअयारी ताअलीम से सरफराज करने का अज्म लेकर वजूद में आई ‘जकात फाउंडेशन’ का गुजिश्ता नौ साल में रकम तकसीम करने का आदाद-ओ-शुमार तीन करोड़ से तजावुज कर गया है। ये पूरी रकम दरअसल ‘जकात’ से इकठ्ठा की गई है, जो हर साल रमजानुल मुबारक के मौके पर कौम के अफराद की जानिब से जरूरतमंदों की जरूरत पूरी करने की नियत से अदा की जाती है और जो कुरआन-ओ-हदीस की हिदायत पर अमलपैरा होने की अक्कासी करती है। मिल्लते मुहम्मदिया की फलाह व बहबूद की गरज से अदा की जाने वाली इस रकम के दम पर ‘जकात फाउंडेशन’ का ताअलीम के शोबे में इस साल रकम तकसीम करने का हदफ 50 लाख रुपए का है।
कामयाब तालिबात को एजाज से नवाजा गया
फाउंडेशन की जानिब से गुजिश्ता इतवार को मेडिकल कॉलेज आॅडिटोरियम में एजाजी तकरीब मुनाकिद की गई जहां गे्रजुएशन पूरा करने के साथ ही मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लेने वाले तालिबात को एजाज से नवाजा गया। इस दौरान फाउंडेशन ने उम्मीद जताई कि कौम के जज्बे और बच्चों की मेहनत व लगन से मुस्तकबिल में कामयाब तालिबात की तादाद दोगुनी हो जाएगी। फाउंडेशन का मकसद और हदफ उन सभी तालिबात को मदद फराहम करना है, जो आला ताअलीम हासिल करने के ख्वाहा तो हैं लेकिन माली कमजोरी के बाईस जिन्हें बीच में ही पढ़ाई छोड़ देनी पड़ती है। बच्चों को मोटीवेट करें
एजाजी तकरीब के मेहमाने खुसूसी सांसद इमरान प्रतापगढ़ी थे। तकरीब से खिताब करते हुए उन्होंने कहा, फाउंडेशन का मुतास्सिरकुन कोट ‘मिशन तालीम’ अपने-आप में कौम को मोटीवेट करने वाला लफ्ज है और कुरआन की आयत ‘इकरा’ की अक्कासी करता है। जनाब प्रतापगढ़ी ने मजीद कहा, आज कौम की पहली जरूरत ताअलीम है। ताअलीम से ही सिस्टम को सुधारा जा सकता है। तकरीब में मौजूद वालदैन से उन्होंने बच्चों को मोटीवेट करने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही कहा कि ‘जकात फाउंडेशन’ जैसी तंजीम मुल्क की हर रियासत में होनी चाहिए ताकि मुल्क का हर बच्चा आला ताअलीम हासिल कर सके। खिताब के दौरान फाउंडेशन को उन्होंने एक लाख रुपए देने का ऐलान किया।
फाउंडेशन के बानी रुक्न सैय्यद अकील ने बताया कि ‘जकात’ मद से इक्ट्ठा रकम से अब तक हजारों बच्चों को ग्रेजुएशन कराने के साथ ही सैकड़ों बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों तक रसाई कराने में मदद पहुंचाई गई है। इस दौरान कौम के एनईटी, जेईई क्लीयर करने वाले तलबा व फाउंडेशन के टॉपर बच्चों के अलावा मीडियाकर्मी असगर खान, तहसीन जैदी, जुल्फीकार और ताबीर हुसैन को एजाज से नवाजा गया। साथ ही फाउंडेशन से जुड़ी स्कूलों के प्रिंसिपल्स शबनम अल्वी, मोहतरमा आशरा, शाहीन सैय्यदा, कमर बानो, सफीना बेगम, मोहतरमा नाहिद, मोहतरमा महजबीन और जमशेद बावरा का भी इस्तकबाल किया गया। फाउंडेशन के स्कालरशिप प्रोग्राम में मस्जिदों के मुतवल्लियों के किरदार को देखते हुए उनके तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया गया। इनमें फतेहशाह मस्जिद के आसिफ रजा, मोवा मस्जिद के शेख गुलाम रसूल, संजय नगर मस्जिद के साजिद अली, संतोषी नगर मस्जिद के मोइन भाई, मोती नगर मस्जिद के शाकिर अली, मौदहापारा मस्जिद के इस्माइल गफूर, छोटापारा मस्जिद के अशफाक कुरैशी, बुखारी मस्जिद के शब्बीर, अमन नगर मस्जिद के इजरायल और ईदगाहभाटा मस्जिद के अब्दुल करीम शामिल हैं।
तकरीब में हज कमेटी के चेयरमैन असलम खान, उर्दू एकेडमी के सदर इदरीश गांधी, अकलीयती महकमे के चेयरमैन अमीन मेमन, श्रम विभाग के संचालक शारिक रईस खान, फाउंडेशन के मोहम्मद ताहिर, इनाम उल्लाह, अकरम सिद्दीकी, इरफान बुखारी, शोएब खान, असलम रोकड़िया, फैसल रिजवी, नोमान अकरम हामिद, शेख हाशिम, शकील भाई, गुलजेब अहमद, हकीम अंसारी, हिंदन अली, आबिद, अहफाज, मोहम्मद तनवीर वगैरह मौजूद थे।