21 जीअकादा 1444 हिजरी
इतवार, 11 जून 2023
अकवाले जरीं
‘किसी मुसलमान को बेइज्जत करना, बड़े गुनाहों में से एक है।’
- अबु दाऊद
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नई तहरीक : रायपुर हजरत चांद शाह वली, तीन मजार (रहमतुल्लाह अलैह) का सालाना उर्स पाक कुल की फातिहा के साथ इख्तेताम पजीर हुआ। तीन दिनों तक जारी उर्स पाक में रियासतभर से आए अकीदतमंद हाजिर होकर चादरपोशी की और मुल्क व रियासत में अमन-ओ-अमान के लिए दुआएं की। इनमें सभी मजाहिब के लोग शामिल थे। इस दौरान बच्चों व बड़ों ने तिलावते कुरान और दरुद ख्वानी में शिरकत की। नयाल बंधुओ ने अपने सूफी कलाम के जरिए कव्वाली का समा बांधा। उर्स पाक के दौरान हजरत के आस्ताने पर जाइरीनो का मेला लगा रहा। कमेटी की जानिब से जायरीन के लिए लंगर का एहतेमाम किया गया था। उर्स पाक की आखिरी कड़ी के तौर पर 11 जून इतवार को दरबार में हमेशा आने वाले जाइरीन की दस्तारबंदी की जाएगी। इस दौरान आम लंगर का एहतेमाम किया जाएगा। कारी इमरान अशरफी ने कौम से खिताब करते हुए कहा, वलियों के दर पर सुकून तो मिलता ही है, खुद की किस्मत भी संवरती है। वहीं हजरत तौकीर जिया जमई ने कहा, वलियों की निसबत से किस्मत तो बदलती ही है, दीन भी सुधरता है। इंसान बुरे कामों से दूर होता है और अच्छे कामों से जुड़ता है। हजरत के आस्ताने में उर्स पाक के दौरान अकीदतमंदों की भीड़ ने खुदा से अपने लिए दुआएं मांगी। उर्स पाक की कामयाबी के लिए खादिम रहीम और शमीम ने जायरीन के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया।