21 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमेरात, 13 अपै्रल, 2023
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ईदगाह मैदान में ईद की नमाज को लेकर रस्सा-कशी की सूरत-ए-हाल
श्रीनगर : आईएनएस, इंडियाजम्मू-ओ-कश्मीर वक़्फ बोर्ड और जम्मू-ओ-कश्मीर पुलिस के दरमयान ईदगाह मैदान में ईद की नमाज को लेकर जारी रस्सा-कशी ने वादी में कश्मकश और कशीदगी वाले हालात पैदा कर दिए हैं।
वक़्फ बोर्ड ने साफ तौर पर नमाज पढ़े जाने का ऐलान कर दिया है और मुकामी इंतेजामिया ने नमाज के ताल्लुक से अहम जानकारियां भी फराहम कर दी हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर पुलिस सिक्योरिटी अस्बाब का हवाला देते हुए इस कदम को हरी झंडी नहीं दे रही। दरअसल तनाजा (विवाद) गुजिश्ता दिनों उस वक़्त शुरू हुआ, जब जम्मू-कश्मीर वक़्फ की सदर और बीजेपी लीडर डाक्टर दरखशां इंदिराबी ने ऐलान किया कि इस साल दफा 370 मंसूख होने के बाद पहली बार तारीखी ईदगाह में इजतिमाई ईद की नमाज अदा की जाएगी।
इजतिमाई नमाज की तैयारीयों का जायजा लेने के बाद ईदगाह में सहाफीयों से बात करते हुए दरखशां इंदिराबी ने कहा कि अगर मौसम ने साथ दिया तो नमाज अदा की जाएगी। कश्मीर में अब अच्छा माहौल है और इंतिजामीया की कोशिश है कि ईद की नमाज ईदगाह में ही हो। दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर पुलिस बड़े पैमाने पर एहितजाजी मुजाहिरों और तशद्दुद के पिछले रिकार्ड का हवाला देते हुए ईदगाह मैदान में इजतिमाई ईद की नमाज की इजाजत देने के हक में नहीं है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डायरेक्टर जनरल दिलबाग सिंह ने ये एतराफ किया कि सिक्योरिटी के नजरिया से बेहतरी देखने को मिली है और श्रीनगर पुरअमन है, लेकिन साथ ही ये भी कह दिया कि इस मुआमले में आखिरी फैसला जिÞला इंतिजामीया लेगा।
काबिल-ए-जिÞक्र बात ये है कि वक़्फ बोर्ड ने पहले ही मुनासिब सहूलयात के साथ ईदगाह मैदान की ताअमीर-ए-नौ का काम शुरू कर दिया है। फिर भी ईदगाह मैदान में इजतिमाई ईद की नमाज का इमकान कम ही नजर आ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि आला पुलिस अफ़्सर ने सोनमर्ग में एक तकरीब में शिरकत के बाद नामा निगारों से बात करते हुए कहा कि जहां तक इलाके में निजाम-ए-कानून की हालत का सवाल है, तो आफिसरान कोई जोखिम नहीं उठाएंगे और ईदगाह में जबरदस्त भीड़ की वजह से खतरा पैदा हो सकता है। पुलिस अफ़्सर ने वाजेह लफ़्जों में कहा कि हम ईदगाह में नमाज की इजाजत नहीं दे सकते, क्योंकि ईद की नमाज के बाद हमेशा एहितजाजी मुजाहिरे होते रहे हैं।