6 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
27 फरवरी 2023
काहिरा : आईएनएस, इंडिया
मिस्री हुक्काम ने मोटापे समेत मुतअद्दिद (दूसरी) बीमारीयों में मुबतला अफराद को रवां साल हज के लिए जाने से रोकने का फैसला किया है। हज के लिए दरखास्त देने की जरूरीयात में इन बीमारीयों से महफूज होना भी करार दिया गया है। मिस्र में हज दरखास्तें आइन्दा 6 मार्च तक जमा होना जारी रहेंगी। वजारत-ए-दाखिला (गृह मंत्रालय) ने इस साल हज के मनासिक अदा करने के लिए मुतअद्दिद ग्रुपों के सफर पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है क्योंकि इन अफराद को इफैक्शन के सबसे ज्यादा खतरात लाहक होते हैं। वजारत के मुताबिक पाबंदी की जद में आने वाले अफराद में गुर्दे के फेल होने वाले मरीज भी हैं जिनके ईलाज के लिए डाईलासिज सेशंज की जरूरत होती है। फेफड़ों के फाइबरोसिस और मोटापे के मरीज भी हैं, अमराज-ए-कल्ब (दिल की बीमारी) के एडवान्स केसेज, जिगर की सिरोसिस और टयूमर वाले अफराद, पहले और आखिरी महीनों की हामिला खवातीन और जहनी मरीज भी पाबंदी की जद में आ रहे हैं। अलजाइमर के मरीजों को भी हज पर जाने से रोक दिया जाएगा। वजारत ने ये शर्त भी आइद की है कि आजमीन-ए-हज के लिए हिफाजती टीकों को बुनियादी खुराक के साथ मुकम्मल किया जाना जरूरी है। कोरोना वाइरस के खिलाफ बैन-उल-अकवामी तौर पर मंजूरशुदा वैक्सीन की बूस्टर खुराक भी लगी होनी चाहिए। वैक्सीनेशन के सर्टीफिकेट की कापी फराहम करना भी जरूरी करार दिया गया है।
सऊदी अरब में 'खजूर मेले' के नौवीं ऐडीशन का इफ़्तिताह
रियाद : सऊदी अरब में 'खजूर फेस्टिवल' के नौवीं ऐडीशन का इफ़्तिताह कर दिया गया। अलजोफ रीजन के गवर्नर शहजादा फैसल बिन नवाफ बिन अब्दुल अजीज ने फेस्टिवल का इफ़्तिताह किया। इस मेले का एहतेमाम म्यूंसिपल्टी आफ दूम अलजनदल ने किया है और इसकी सरगर्मियां दूम अलजनदल गवर्नरी में 7 दिन तक जारी रहेंगी। फेस्टीवल के इखतेताम (समापन) पर शहजादा फैसल बिन नवाफ बिन अब्दुल अजीज के ऐवार्ड के तहत जीतने वालों को इनामात से नवाजा जाएगा। इनामात की मालियत एक लाख रियाल है।
अलजोफ रीजन के मेयर इंजीनियर आतिफ बिन मुहम्मद अलशरान ने इलाके में तेहवारों और मुख़्तलिफ शोबों खुसूसन जरई शोबे और तारीख में तआवुन करने पर अलजोफ के अमीर का शुक्रिया अदा किया। अलशरान ने गुजिश्ता बरसों में 'खजूर मेले' की हासिल करदा कामयाबियों का तजकिरा किया। उन्होंने कहा कि इस मेले से किसानों के लिए मार्केटिंग के मवाके पैदा होते हैं। फेस्टिवल ने अलजोफ की मसनूआत के मेयार को मुकामी और इलाकाई तौर पर मुतआरिफ कराने में अहम किरदार अदा किया है। फेस्टिवल के इनइकाद में शहजादा फैसल बिन नवाफ का कलीदी किरदार है।
27 फरवरी 2023
काहिरा : आईएनएस, इंडिया
मिस्री हुक्काम ने मोटापे समेत मुतअद्दिद (दूसरी) बीमारीयों में मुबतला अफराद को रवां साल हज के लिए जाने से रोकने का फैसला किया है। हज के लिए दरखास्त देने की जरूरीयात में इन बीमारीयों से महफूज होना भी करार दिया गया है। मिस्र में हज दरखास्तें आइन्दा 6 मार्च तक जमा होना जारी रहेंगी। वजारत-ए-दाखिला (गृह मंत्रालय) ने इस साल हज के मनासिक अदा करने के लिए मुतअद्दिद ग्रुपों के सफर पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है क्योंकि इन अफराद को इफैक्शन के सबसे ज्यादा खतरात लाहक होते हैं। वजारत के मुताबिक पाबंदी की जद में आने वाले अफराद में गुर्दे के फेल होने वाले मरीज भी हैं जिनके ईलाज के लिए डाईलासिज सेशंज की जरूरत होती है। फेफड़ों के फाइबरोसिस और मोटापे के मरीज भी हैं, अमराज-ए-कल्ब (दिल की बीमारी) के एडवान्स केसेज, जिगर की सिरोसिस और टयूमर वाले अफराद, पहले और आखिरी महीनों की हामिला खवातीन और जहनी मरीज भी पाबंदी की जद में आ रहे हैं। अलजाइमर के मरीजों को भी हज पर जाने से रोक दिया जाएगा। वजारत ने ये शर्त भी आइद की है कि आजमीन-ए-हज के लिए हिफाजती टीकों को बुनियादी खुराक के साथ मुकम्मल किया जाना जरूरी है। कोरोना वाइरस के खिलाफ बैन-उल-अकवामी तौर पर मंजूरशुदा वैक्सीन की बूस्टर खुराक भी लगी होनी चाहिए। वैक्सीनेशन के सर्टीफिकेट की कापी फराहम करना भी जरूरी करार दिया गया है।
सऊदी अरब में 'खजूर मेले' के नौवीं ऐडीशन का इफ़्तिताह
'खजूर फेस्टिवल'
रियाद : सऊदी अरब में 'खजूर फेस्टिवल' के नौवीं ऐडीशन का इफ़्तिताह कर दिया गया। अलजोफ रीजन के गवर्नर शहजादा फैसल बिन नवाफ बिन अब्दुल अजीज ने फेस्टिवल का इफ़्तिताह किया। इस मेले का एहतेमाम म्यूंसिपल्टी आफ दूम अलजनदल ने किया है और इसकी सरगर्मियां दूम अलजनदल गवर्नरी में 7 दिन तक जारी रहेंगी। फेस्टीवल के इखतेताम (समापन) पर शहजादा फैसल बिन नवाफ बिन अब्दुल अजीज के ऐवार्ड के तहत जीतने वालों को इनामात से नवाजा जाएगा। इनामात की मालियत एक लाख रियाल है। 
अलजोफ रीजन के मेयर इंजीनियर आतिफ बिन मुहम्मद अलशरान ने इलाके में तेहवारों और मुख़्तलिफ शोबों खुसूसन जरई शोबे और तारीख में तआवुन करने पर अलजोफ के अमीर का शुक्रिया अदा किया। अलशरान ने गुजिश्ता बरसों में 'खजूर मेले' की हासिल करदा कामयाबियों का तजकिरा किया। उन्होंने कहा कि इस मेले से किसानों के लिए मार्केटिंग के मवाके पैदा होते हैं। फेस्टिवल ने अलजोफ की मसनूआत के मेयार को मुकामी और इलाकाई तौर पर मुतआरिफ कराने में अहम किरदार अदा किया है। फेस्टिवल के इनइकाद में शहजादा फैसल बिन नवाफ का कलीदी किरदार है।
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