नई तहरीक : दुर्ग
पुरानी गंजमडी, गंजपारा में जारी श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिवस देवी चित्रलेखा जी ने लोगों को गौ माता की रक्षा करने का मूल मंत्र दिया। इस दौरान उन्होंने युवाओं को गौ माता की रक्षा के लिए आगे आने प्रेरित किया। साथ ही किसानों को खेत में विषैले उर्वरकों की जगह गौ माता के गोबर से बनी खाद का उपयोग करने कहा ताकि खेतों में प्राकृतिक रूप से अच्छी फसल हो और खाद्य पदार्थ मानव शरीर को रोगमुक्त कर सके।
कथा आगे बढ़ाते हुए देवी चित्रलेखा जी ने गौ माता की दयनीय दशा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कराते हुए गौ माता पालने व भारतीय संस्कृति को बचाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, गौ माता बचेगी तो देश बचेगा।
उन्होंने कहा, कथा इसलिए नहीं है कि जीवन परिवर्तित हो जाए, ये कथा सिर्फ प्रभु के आनंद को जीने के लिए है। आ जाओ, कथा में और जब बैठो तब छोड़ दो प्रभु पर सब कुछ। चिंता इतनी करो कि काम हो जाए। पर इतनी नही की जिंदगी तमाम हो। मस्त रहिये, हरिनाम में व्यस्त रहिये।
भगवान के अवतारों का किया वर्णन
आज की कथा में कथा के मुख्य यजमान परिवार सुरेश अग्रवाल, गिरधारी शर्मा, आरएस तिवारी, प्रतीक अग्रवाल, सुयश तिवारी के अलावा केके चंद्रवंशी, (निज सहायक, मुख्यमंत्री निवास) राजेश यादव, (सभापति, दुर्ग) लक्ष्मण चंद्राकर, सुरेश शर्मा (अध्यक्ष संस्कृति बोर्ड,) पायल जैन, दिलीप सेक्सरिया, राधेश्याम शर्मा, लाखन सिंह, विनोद अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, लक्की अग्रवाल, आयुष अग्रवाल, मीना वारेडा, आदित्य भरद्वाज, कन्हैया देवांगन, विनोद पांडेय के अलावा हजारों की संख्या में धर्मप्रेमी उपस्थित थे।