मोहर्रम में उमरा के जायरीन की आमद का सिलसिला शुरू
पाकिस्तान, तुर्की, उजबेकिस्तान और ताजिकस्तान से जाइरीन की आमद शुरू
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रियाज : सऊदी अरब में हज व उमरा कौमी कमेटी के नुमाइंदे हानि अली अल अमेरी ने कहा कि यक्म मुहर्रम 1444 हिजरी बरोज सनीचर से बैरून ममलकत से उमरा जाइरीन की आमद शुरू हो रही है। तफसीलात के मुताबिक अल अमेरी ने मजीद कहा कि उमरा वीजा की मीयाद पहली बार 3 माह के लिए की गई है। इस दौरान उमरा जाइरीन ममलकत में कहीं भी जा सकते हैं।
तवक़्को है कि नए हिज्री साल 1444 के दौरान 10 मिलियन से ज्यादा उमरा जाइरीन ममलकत आएँगे। आइन्दा तीन माह में बैरून ममलकत से उमरा जाइरीन की तादाद में इजाफा होगा। अल अमेरी ने कहा कि 30 जुलाई 2022 को पाकिस्तान, तुर्की, उजबेकिस्तान और ताजिकस्तान से उमरा जाइरीन की आमद शुरू हो जाएगी। इस जिÞमन में जदÞदा के किंग अब्दुल अजीज इंटरनेशनल एयरपोर्ट और मदीना मुनव्वरा अमीर मुहम्मद बिन अब्दुल अजीज इंटरनेशनल एयरपोर्ट उमरा जाइरीन के काफिले पहुँचेंगे। अल अमेरी ने कहा कि 500 से ज्यादा उमरा कंपनियों और इदारों ने काफी पहले से बैरूनी उमरा जाइरीन के इस्तिकबाल की तैयारियां मुकम्मल कर ली थीं। उन्होंने बताया कि 500 से ज्यादा सऊदी कंपनियां और इदारे उमरा जाइरीन को मुख़्तलिफ खिदमात फराहम करेंगे। जनाब अल अमेरी ने बताया कि सऊदी वजारत हज-ओ-उमरा ने दो हजार से ज्यादा खारिजी एजेंसियों को जाइरीन की खिदमत की मंजूरी दे दी है। ये सब मुकर्ररा कवानीन-ओ-जवाबत पर पूरे उतर रहे हैं। इसके अलावा वजारत हज-ओ-उमरा बीटूबी और बीटूसी सिस्टम के जरीये उमरा पैकेज पेश करने के लिए 34 मुल्की और बैन-उल-अकवामी रजिस्टर्ड ई बुकिंग प्लेटफार्म भी मुहय्या किए हुए है। जाइरीन अलखलीज इंटरनेशनल बैंक की तरफ से मंजूरशुदा सिस्टम या अदायगी के आॅनलाइन रजिस्टर्ड तरीका-ए-कार के जरीये उमरा पैकेज खरीद सकते हैं। अल अमेरी ने कहा कि जदीद टेक्नोलोजी ने काम बहुत आसान कर दिया है जिसके जरीये उमरा जाइर किसी भी वक़्त उमरा पैकेज खरीदकर सऊदी अरब का वीजा हासिल कर सकता है। अल अमेरी ने कहा कि 68 से ज्यादा ट्रांसपोर्ट कंपनियां उमरा जाइरीन को ममलकत में आमद-ओ-रफत की सहूलत फराहम करेंगी। बसों की जनरल सिंडीकेट उन्हें मंजूरियां दिए हुए है जो नए मॉडल की बसों से जाइरीन को सफर की सहूलत फराहम करेंगी। इसके अलावा होटलों और फर्निश्ड अपार्टमंट में रिहायश की सहूलत फराहम करने के लिए 1900 से ज्यादा इदारे काम कर रहे हैं जो वजारत सयाहत (पर्यटन मंत्रालय) हज व उमरा की जानिब से मंजूरशुदा हैं।