इत्तिलाआत-ओ-नशरियात के मर्कजी वजीरे ममलकत डाक्टर ई मुरूगन ने म्यूजियम का दौरा किया
नई दिल्ली : मुंबई में सिनेमा के चाहने वालों और शहर में आने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। सिनेमा के कौमी म्यूजीयम एनएमआईसी, जो कोविड वबा के दौरान बंद कर दिया गया था, अवाम के लिए फिर से खोल दिया गया है। इत्तिलाआत-ओ-नशरियात के मर्कजी वजीरे ममलकत डाक्टर एल मुरूगन ने म्यूजियम को दोबारा खोले जाने पर दौरा किया। उन्होंने जुनूबी मुंबई में फेडरल रोड पर वाके गुलशन महल के हैरीटेज विंग और नई बिल्डिंग, दो इमारतों में फैले म्यूजीयम में रखे गए मवाद का मुशाहिदा किया। फिल्म डिवीजन के डायरेक्टर जनरल रवींद्र भाकर ने डाक्टर मुरूगन को म्यूजियम के बारे में बताया।
उन्होंने म्यूजीयम के तवील अर्से तक बंद रहने के बाद खोले जाने पर बहाली के जामा काम के बारे में भी वजाहत की है। एनएमआईसी, भारत में अपनी नौईयत का पहला म्यूजियम है, जिसका इफ़्तिताह वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी ने जनवरी, 2019 में किया था। मुख़्तलिफ साइज के आठ कमरों पर मुश्तमिल गुलशन महल हैरीटेज बिल्डिंग में खामोश फिल्मों के दौर से लेकर जदीद दौर तक की हिन्दुस्तानी सिनेमा की तारीख की नुमाइश की गई है, जबकि नई म्यूजियम बिल्डिंग में ज्यादातर इंटर एक्टिव चीजों की नुमाइश की गई है। एनएमआईसी में अदीमाई पेन नामी फिल्म में एमजी रामा चंद्रन के पहने गए लाल कोट समेत बहुत से नवादिर रखे गए हैं। म्यूजियम में फिल्मों से मुताल्लिक इश्या, कदीम साज-ओ-सामान, पोस्टर्ज, अहम फिल्मों की कापियां, प्रोमोशनल किताबचे, साउंड ट्रैक्स, ट्रेलर्स, पुरानी सिनेमा मैगजीन, फिल्मसाजी और डिस्ट्रीब्यूशन का अहाता करने वाले आदाद-ओ-शुमार वगैरा को एक मुनज्जम अंदाज में पेश किया गया है, जिसमें हिन्दुस्तानी सिनेमा की तारीख को एक तरतीबवार अंदाज में दिखाया गया है। दी किड्ज फिल्म स्टूडियो और गांधी एंड सिनेमा दीगर नुमायां पुरकशिश मुकामात हैं। मई में एनएमआईसी कांप्लेक्स, जो जदीद तरीन आडीटोरियमों पर मुश्तमिल है, दस्तावेजी, मुख़्तसर और एनीमेशन फिल्मों के लिए के 17 वीं बैन-उल-अकवामी फिल्म फेस्टीवल की मेजबानी करेगा।
- मुशाहिदा- अवलोकर
- वजाहत-स्पष्टीकरण
- नौईयत-प्रकृति
- इफ्तेताह-उद्घाटन
- मुश्तमल-शामिल
- जदीद-नया
- अश्या-चीजें
- कदीम-पुराना