रूस-यूके्रन जंग: परेशान अवाम पर फिर पड़ेगी महंगाई की मार

 खुर्दनी तेल की कीमत में इजाफे का इमकान
पैट्रोल-डीजल की शरह भी बढ़ सकती है


नई दिल्ली :
कोरोना के बहाने गुजिश्ता डेढ़ साल से सरसों का तेल, रीफाइंडि आॅयल और दीगर खुर्दनी तेल की कीमतों में बेतहाशा इजाफा देखने में आया है। उसी बहाने रेल किराए तेजी से बढ़ा दिए गए। पेट्रोल, डीजल की शरह काफी बढ़ गई है। बेशतर लोग मानते हैं कि इलेक्शन के बाद पेट्रोल डीजल की शरह और बढ़ जाएगी। लॉक डाऊन, बेरोजगारी से परेशान आम आदमी की जेबे ढीली हो गई है। ‘अब ना होगी, महंगाई की मार’, का नारा लगाने वाली बीजेपी की सरकार में महंगाई जबरदस्त तौर पर बढ़ी हुई है। जीएसटी के बहाने इश्याओं पर टैक्स देते-देते आम आदमी परेशान है। 

अब रूस और यूक्रेन के दरमयान लड़ाई से तेल की कीमतों में मजीद इजाफा देखने में आ सकता है। जैसे-जैसे रूस यूक्रेन जंग आगे बढ़ रही है, हिन्दोस्तान में खाम खुर्दनी तेल की सप्लाई पर असर पड़ सकता है। कहा जा रहा है कि भारत अपनी खुर्दनी तेल की जरूरत का 70 फीसद दरआमदात के जरीये पूरा करता है। सूरजमुखी के तेल के मुआमले में ये और भी ज्यादा है। रूस-यूक्रेन का इलाका इस तबका के लिए और भी अहम है। ऐसे में अगर दोनों ममालिक ने अगले आठ-दस दिनों में लड़ाई खत्म नहीं की तो खाने के तेल की सप्लाई पर असर पड़ेगा और इससे कीमत बढ़ेगी। मुल्क की सबसे बड़ी खुर्दनी तेल कंपनी अडानी के चीफ एक्जीक्यूटिव आॅफीसर और मैनेजिंग डायरेक्टर मलिक ने कहा कि वो सूरते हाल पर गहरी नजर रखे हुए हैं।

यूक्रेन से आने वाले शहरयों के सफरी अखराजात बिहार हुकूमत बर्दाश्त करेगी

पटना: बिहार के वजीरे आला नतीश कुमार ने कहा कि उनकी हुकूमत रियासत के उन लोगों के सफरी अखराजात बर्दाश्त करेगी जिन्हें यूक्रेन से हिन्दोस्तान लाया गया है। कुमार ने यूक्रेन में फंसे हिंदूस्तानियों को वापस लाने के लिए खुसूसी परवाजों का इंतिजाम करने पर मर्कज का शुक्रिया अदा किया। वजीरे आला ने कहा कि रियास्ती हुकूमत बिहार के लोगों के सफरी अखराजात बर्दाश्त करेगी। रियासत के मुख़्तलिफ हिस्सों से इत्तिलाआत हैं कि वालदैन यूक्रेन से अपने बच्चों की वापसी का बेसब्री से इंतिजार कर रहे हैं। मशरिकी चंपारण जिÞले के केसरिया की रहने वाली सुमित्रा कुमारी यादव ने कहा कि उनके दो बच्चे यूक्रेन के मुख़्तलिफ शहरों में तिब्ब की तालीम हासिल कर रहे हैं। अभी तक दोनों महफूज हैं लेकिन सूरते हाल नाजुक है। मशरिकी चंपारण के चकिया इलाके में ज्यूलरी का कारोबार करने वाले अशोक कुमार का भी यही हाल है। उनका बेटा भी वहां फंसा हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूँ कि वो वापस आ रहा है। सफर कठिन है, लेकिन एक बड़ी राहत की बात है।


Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने