नई दिल्ली : सुप्रीमकोर्ट अगले हफ़्ते कर्नाटक हिजाब पर पाबंदी के मुआमला की समाअत (सुनवाई) करेगा। सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि मुनासिब बेंच के सामने अगले हफ़्ते समाअत होगी, दरहकीकत प्रशांत भूषण ने अर्ज गुजार की तरफ से पेश होकर जल्द समाअत का मुतालिबा किया था। हिजाब केस में असल दरखास्त गुजार लड़कियां और दीगर सुप्रीमकोर्ट पहुंच गए हैं जहां कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चैलेंज किया गया है। उन्होंने हिजाब पर पाबंदी से मुताल्लिक हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने का मुतालिबा किया गया है। इससे कब्ल कर्नाटक हाईकोर्ट की फुल बेंच ने ये फैसला सुनाते हुए कहा था कि हिजाब पहनना इस्लामी अकीदे के वाजिब अमल का हिस्सा नहीं है। यूनीफार्म का ताय्युन बुनियादी हक पर एक माकूल पाबंदी है। हिजाब पर पाबंदी के खिलाफ दरखास्तें खारिज कर दी गई हैं। हाईकोर्ट ने कहा है कि हुकूमती हुक्म के खिलाफ कोई केस नहीं बनता।
नई दिल्ली : सुप्रीमकोर्ट अगले हफ़्ते कर्नाटक हिजाब पर पाबंदी के मुआमला की समाअत (सुनवाई) करेगा। सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि मुनासिब बेंच के सामने अगले हफ़्ते समाअत होगी, दरहकीकत प्रशांत भूषण ने अर्ज गुजार की तरफ से पेश होकर जल्द समाअत का मुतालिबा किया था। हिजाब केस में असल दरखास्त गुजार लड़कियां और दीगर सुप्रीमकोर्ट पहुंच गए हैं जहां कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चैलेंज किया गया है। उन्होंने हिजाब पर पाबंदी से मुताल्लिक हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने का मुतालिबा किया गया है। इससे कब्ल कर्नाटक हाईकोर्ट की फुल बेंच ने ये फैसला सुनाते हुए कहा था कि हिजाब पहनना इस्लामी अकीदे के वाजिब अमल का हिस्सा नहीं है। यूनीफार्म का ताय्युन बुनियादी हक पर एक माकूल पाबंदी है। हिजाब पर पाबंदी के खिलाफ दरखास्तें खारिज कर दी गई हैं। हाईकोर्ट ने कहा है कि हुकूमती हुक्म के खिलाफ कोई केस नहीं बनता।