मकबूजा बैतुल मुकद्दस : गुजिश्ता इतवार को मस्जिद अल-अकसा के मबलगुल शेख (उपदेशक) इकरिमा सबरी ने मकबूजा बैतुल मुकद्दस में मस्जिद अकसा को तन्हा करने और खामोशी से अपनी साजिÞशों को अमली जामा पहनाने की सहयोनी साजिÞशों के खिलाफ खबरदार किया। सबरी ने इतवार के रोज एक पे्रस बयान में कहा कि काबिज दुश्मन अब अल अकसा पर इजारादारी (एकाधिकार) कायम कर रहा है, जबकि मुस्लमान ममालिक और हुकूमतें किबला अव्वल को दरपेश खतरात से लापरवाही बरत रही हैं।
उनका कहना था कि दुश्मन रियासत मुस्लमानों की लापरवाही से फायदा उठाते हुए किबला अव्वल के खिलाफ खामोशी से अपनी साजिÞशें जारी रखे हुए है। उन्होंने अल अकसा में जो कुछ हो रहा है, उस पर गहिरी नजर रखने और किसी भी खयानत के पेश-ए-नजर चौकस रहने और इस हवाले से मुस्लमानों की कमजोरी और लापरवाही के खिलाफ खबरदार करने पर जोर दिया। अल कुदस के मुहक़्किकीन ने मगरिबी इलाके में इसराईली खुदाइयों की वजह से मस्जिद अकसा को नए संगीन खतरात से खबरदार किया है। माहिरीन का कहना है कि इन खुदाइयों का मकसद किबला अव्वल के तारीखी स्टेट्स को तबदील करके उसे यहोदीयत में तबदील करना, मुस्लमानों की इस मजहबी मीरास को मिटा कर उसे यहूदीयों की विरासत करार देना है। मस्जिद अकसा के उमूर पर नजर रखने वाले माहिरीन का कहना है कि किबला अव्वल के करीब खुदाइयों से मस्जिद के फर्श में कई मुकामात पर शिगाफ (दरार) पड़ गए हैं। ये शिगाफ इस्लामी अजाइब घर के करीब, मस्जिद अकसा के मगरिबी हिस्से, दीवार बुराक से मुत्तसिल मगरिबी गेट के तमाम रास्तों और एमवी महलात के मुकामात पर देखे गए हैं।