जमई उलमा ए हिंद की तरफ से इजहार ताजियत
नई दिल्ली : जमई उलमा-ए-हिंद के एक ग्रुप के कौमी सदर मौलाना महमूद असअद मदनी, जनरल सेक्रेटरी मौलाना हकीम उद्दीन कासिमी ने दारुल उलूम देवबंद के रुक्न शूरा मौलाना निजाम उद्दीन खामोश के सानिहा इर्तिहाल पर गहरे रंज व अलम का इजहार किया है। मौलाना मरहूम दारुल उलूम गुजरात के भी मुहतमिम थे। उनके वालिद मुहतरम हजरत मौलाना गुलाम रसूल खामोश, दारुल उलूम देवबंद के साबिक मुहतमिम रहे। उनका पूरा खानदान दारुल उलूम देवबंद, जमई उल्मा हिंद के अकाबिर से ताल्लुक रखता है और दीनी-ओ-मिली सरगर्मियों की सफे अव्वल में रहता है। मौलाना निजाम उद्दीन साहिब ने गुजिश्ता शाम मुंबई के मिल्लत हस्पताल में आखिरी सांस ली जहां उन्हें ब-गरज ईलाज ले जाया गया था। उनकी उम्र महज 55 साल थी। मौलाना मदनी ने मौलाना मरहूम के जुमला अहिले खाना, मुताल्लिकीन की खिदमत में ताजियत मसनूना पेश की है और लवाहिकीन को सब्र की तलकीन की है, उन्होंने इस मौका पर जमई उल्मा के अहबाब-ओ-मुताल्लिकीन-ओ-अर्बाब मदारिस से दुआ-ए-मग़्फिरत-ओ-ईसाल-ए-सवाब की अपील की है