नव वर्ष के पहले दिन शिवनाथ महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन का यह पांचवां वर्ष रहा। इस मौके पर पर्यटकों एवं भक्तों ने शिवनाथ नदी में आस्था की डुबकी लगाई।
आयोजन के लिए 51 हजार दीपों से महमरा तट को सजाया गया था। साथ ही बनारस की तर्ज पर 11 पंडितों ने महाआरती की। आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों का ध्यान रखा गया था। विभिन्न प्रकार झूलों के अलावा जंपिंग खेलों ने बच्चों का मन मोहा तो युवा वर्ग छत्तीसगढ़ मंच के संगीतमयी कार्यक्रम में झूम उठे। बच्चियों और महिलाओं ने दीपदान में सहयोग किया।
आयोजन के लिए 51 हजार दीपों से महमरा तट को सजाया गया था। साथ ही बनारस की तर्ज पर 11 पंडितों ने महाआरती की। आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों का ध्यान रखा गया था। विभिन्न प्रकार झूलों के अलावा जंपिंग खेलों ने बच्चों का मन मोहा तो युवा वर्ग छत्तीसगढ़ मंच के संगीतमयी कार्यक्रम में झूम उठे। बच्चियों और महिलाओं ने दीपदान में सहयोग किया।
आयोजक वरुण जोशी ने कहा कि 22 वर्षों की शिवनाथ नदी के लीज मुक्त होने पर शिवनाथ महोत्सव का आयोजन लगातार पांच वर्षों से किया जा रहा है। यहां की आरती देखने आस पास के जिलों सहित अन्य प्रदेश के भक्त भी सम्मिलित होते हैं। इस बार नागपुर की टीम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी की गई जो आकर्षण का केंद्र रही। आयोजन में ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, शहर विधायक गजेंद्र यादव, पूर्व विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, समाजसेविका पायल जैन, मानसी गुलाटी, अशोक राठी, श्याम शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद थे।