जमादी उल ऊला 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जब तुम अपने घर वालों के पास जाओ तो उन्हें सलाम करो, इससे तुम पर और तुम्हारे घर वालों पर बरकतें नाजिल होंगी।
- तिरमिजी शरीफ
जमई उल्मा के वफ़द ने हुक्काम से की मुलाक़ात
मौलाना महमूद असअद मदनी की हिदायत पर जमई उल्मा हिंद के जनरल सेक्रेटरी मौलाना मुहम्मद हकीम उद्दीन क़ासिमी की क़ियादत में वफ़द (प्रतिनिधि मंडल) ने संभल की सरकरदा शख़्सियात से मुलाक़ात की और पुलिस फायरिंग के हालिया वाक़ियात पर शदीद नाराज़गी का इज़हार किया। वफ़द पुलिस आफ़िसरान से भी मिला और बेगुनाह लोगों की गिरफ़्तारी पर एतराज़ात का इज़हार करते हुए विष्णु जैन समेत ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई का मुतालिबा किया। उन्होंने हुकूमत से अपील की कि वो पूरे मामले की मुंसिफ़ाना तहक़ीक़ात कराए और मुतास्सिरीन को 50 लाख रुपय का मुआवज़ा दे। वफ़द में जनरल सेक्रेटरी मौलाना मुहम्मद हकीम उद्दीन क़ासिमी के साथ मौलाना ग़यूर अहमद क़ासिमी, मौलाना अलाउउद्दीन क़ासिमी (हापुड़), मौलाना ज़िया अल्लाह क़ासिमी और एडवोकेट मिर्ज़ा आक़िब बेग भी शामिल थे। इसके अलावा हाफ़िज़ शाहिद (जमीयत-ए-उलमा संभल), मौलाना नदीम अख़तर, मौलाना अबदुल ग़फ़ूर, डाक्टर रहमान और मुहम्मद रिहान के साथ मुक़ामी जमई उल्मा की पूरी टीम भी मौजूद थी। वफ़द ने कहा कि संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पुलिस की फायरिंग में चार मुस्लमानों की मौत और उसके बाद मुस्लिम मर्दों और ख़वातीन की गिरफ़्तारी ने मुल्क की अमन-ओ-अमान की सूरत-ए-हाल को शर्मसार कर दिया है। जमई उल्मा हिंद के वफ़द ने मुक़ामी दानिशवरों से मुलाक़ात में अपने इस यक़ीन का इआदा किया कि वो सँभल के मज़लूम अवाम के साथ हमेशा खड़े रहेंगे और जिस तरह बुलडोज़र पर सुप्रीमकोर्ट ने पाबंदी लगाई थी, उसी तरह इस मुआमले में भी किया जाएगा। क़सूरवार पुलिस आफ़िसरान के लिए आईन और क़ानून के तमाम वसाइल ब-रू-ए-कार लाए जाएंगे।
मंगल को बागेश्वर धाम के रूह-ए-रवाँ धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा का छटा दिन थ। एक मीडीया चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह हम यहां मार्च कर रहे हैं, इसी तरह वहां के हिंदुओं को भी सड़कों पर निकलना चाहिए। अपनी संस्कृति के तहफ़्फ़ुज़ के लिए अपने एक मुहाफ़िज़ को एक आवाज़ में बचाएं। उन्हें बाहर निकालें, अगर तुम उन्हें नहीं निकाल सकते तो एक-एक कर तुम्हारे मंदिर, मस्जिदों में तबदील हो जाएंगे। धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हिन्दोस्तान के हिंदू, आपको भी समझ लेना चाहिए कि हम अपने लिए नहीं मर रहे हैं। 100 करोड़ हिंदुओं की इसी फ़िक्र की वजह से हम सड़कों पर, हर गांव, हर गली में बैठ कर पसमांदा और अलग-थलग लोगों से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बंगला देश के हिंदूओं के साथ खड़े हैं। उन्होंने बंगला देशी हिंदूओं से अपील करते हुए कहा कि आप सड़कों पर निकलें, वर्ना आइन्दा कोई तुम्होरे लिए आवाज़ नहीं उठा सकेगा। वाजेह रहे कि कृष्णा दास की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर एहतिजाज हो रहा है। इस्कान मंदिर के हुक्काम ने भारती हुकूमत से इस मुआमला में मुदाख़िलत करने की दरख़ास्त की है। कृष्णा दास के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात को बे-बुनियाद क़रार देते हुए मंदिर के हुक्काम ने अपने ऑफीशियल अकाउंट पर लिखा कि ये बे-बुनियाद इल्ज़ामात लगाना इश्तिआल अंगेज़ है कि इस्कान का कहीं भी दहश्तगर्दी से कोई ताअल्लुक है।
तुम्हारे मंदिर एक एक करके मस्जिद हो जाऐंगे, इस लिए घरों से निकलो
हिंदू मज़हबी रहनुमा धीरेन्द्र शास्त्री की इश्तिआल अंगेज़ी
नई दिल्ली : बंगला देश में हिंदुओं पर नाम निहाद मज़ालिम के ख़िलाफ़ कई मुज़ाहिरों की क़ियादत करने वाले चिन्मय कृष्णा दास को ढाका पुलिस की जासूसी ब्रांच ने 25 नवंबर को गिरफ़्तार किया था। गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ हिंदूओं ने शदीद एहतिजाज किया और कुछ नामालूम अफ़राद ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें कई लोग ज़ख़मी हुए। अब इस मुआमले पर बागेश्वर बाबा धीरेन्द्र शास्त्री का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिन्दोस्तान के हिंदू समझ लें कि हम अपने लिए नहीं मर रहे, वर्ना एक एक-कर के तुम्हारे मंदिर, मस्जिदों में तबदील हो जाएंगे।मंगल को बागेश्वर धाम के रूह-ए-रवाँ धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा का छटा दिन थ। एक मीडीया चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह हम यहां मार्च कर रहे हैं, इसी तरह वहां के हिंदुओं को भी सड़कों पर निकलना चाहिए। अपनी संस्कृति के तहफ़्फ़ुज़ के लिए अपने एक मुहाफ़िज़ को एक आवाज़ में बचाएं। उन्हें बाहर निकालें, अगर तुम उन्हें नहीं निकाल सकते तो एक-एक कर तुम्हारे मंदिर, मस्जिदों में तबदील हो जाएंगे। धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हिन्दोस्तान के हिंदू, आपको भी समझ लेना चाहिए कि हम अपने लिए नहीं मर रहे हैं। 100 करोड़ हिंदुओं की इसी फ़िक्र की वजह से हम सड़कों पर, हर गांव, हर गली में बैठ कर पसमांदा और अलग-थलग लोगों से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बंगला देश के हिंदूओं के साथ खड़े हैं। उन्होंने बंगला देशी हिंदूओं से अपील करते हुए कहा कि आप सड़कों पर निकलें, वर्ना आइन्दा कोई तुम्होरे लिए आवाज़ नहीं उठा सकेगा। वाजेह रहे कि कृष्णा दास की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर एहतिजाज हो रहा है। इस्कान मंदिर के हुक्काम ने भारती हुकूमत से इस मुआमला में मुदाख़िलत करने की दरख़ास्त की है। कृष्णा दास के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात को बे-बुनियाद क़रार देते हुए मंदिर के हुक्काम ने अपने ऑफीशियल अकाउंट पर लिखा कि ये बे-बुनियाद इल्ज़ामात लगाना इश्तिआल अंगेज़ है कि इस्कान का कहीं भी दहश्तगर्दी से कोई ताअल्लुक है।