जमादी उल ऊला 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
आदमी को झूठा होने के लिए यही काफी है कि वह हर सुनी-सुनाई बात बिना तहकिक किए बयान कर दे।
- मिशकवत
लंदन के मेयर सादिक़ ख़ान ने नौमुंतख़ब अमरीकी सदर पर इल्ज़ाम लगाया है कि वे उन्हें उनके मुख्तलिफ रंग और मुसलमान होने की वजह से तन्क़ीद का निशाना बना रहे हैं। मेयर लंदन और डोनल्ड ट्रम्प के दरमियान एक ग़ैरमामूली लफ़्ज़ी जंग ट्रम्प के पहले दौर-ए-सदारत के दौरान ही शुरू हो गई थी। उसका आग़ाज़ उस वक़्त हुआ, जब मेयर सादिक़ ख़ान ने बाअज़ मुस्लिम ममालिक के हवाले से अमरीका की तरफ़ से लगाई गई सफ़री पाबंदियों पर तन्क़ीद की थी। मेयर सादिक़ की इस तन्क़ीद पर सदर ट्रम्प ने उन्हें सख़्त और तौहीन आमेज़ किस्म के अलक़ाबात से नवाज़ा। बताया जाता है कि 2018 में ट्रंप जब बर्तानिया के दौरे पर थे, मेयर ने उनके ख़िलाफ़ मुज़ाहिरीन को पार्लियामेंट स्क्वायर पर एहतिजाज करने की इजाज़त दी थी। इधर 5 नवंबर के अमरीकी सदारती इंतिख़ाब के लिए जारी मुहिम के दौरान मेयर लंदन ने अपने एक इंटरव्यू कहा था, माज़ी में उनकी जात को नाक़ाबिल-ए-यक़ीन हद तक निशाना बनाया गया था। उन्होंने मज़ीद कहा, मेरे मुताल्लिक ये बातें वे मेरे मजहब और रंग की वजह से कहते रहे हैं।
ओहदेदारों की नामज़दगियों से मुस्लमान वोटर्स परेशान
न्यूयार्क : नवंबर में होने वाले अमरीकी इंतिख़ाबात में सदर ट्रम्प को वोट देने वाले अमरीकी मुस्लमान अभी से परेशानी में मुबतला होना शुरू हो गए हैं। उनकी ये परेशानी-ओ-मायूसी अमरीकी काबीना में नामज़द किए जाने वाले इसराईल के कट्टर हामियों की वजह से है।
फिलाडलफ़या के सरमायाकार रबी अल्चोधरी ने मायूसी-ओ-तशवीश का इज़हार करते हुए बैन-उल-अक़वामी न्यूज एजेंसी बात करते हुए कहा, ट्रम्प हमारी वजह से जीते हैं। वज़ीर-ए-ख़ारजा के ओहदे पर नामज़दगी से हमें मायूसी हुई है। वे कमला हैरिस की मुहिम छोड़कर ट्रम्प की तरफ़ आए। मुस्लमानों ने मिशीगन कई रियास्तों में भी, जहां मामला यक़ीनी नहीं था, ट्रम्प की जीत को यक़ीनी बनाया। इस साल के शुरू में रोबेव ने कहा था कि हम ग़ज़ा में जंगबंदी का मुतालिबा नहीं करेंगे। रोबेव ये समझते हैं कि इसराईल को अपने ख़िलाफ़ फ़लस्तीनी तहरीक मुज़ाहमत का ख़ातमा करना चाहिए।
फिलाडलफ़या के सरमायाकार रबी अल्चोधरी ने मायूसी-ओ-तशवीश का इज़हार करते हुए बैन-उल-अक़वामी न्यूज एजेंसी बात करते हुए कहा, ट्रम्प हमारी वजह से जीते हैं। वज़ीर-ए-ख़ारजा के ओहदे पर नामज़दगी से हमें मायूसी हुई है। वे कमला हैरिस की मुहिम छोड़कर ट्रम्प की तरफ़ आए। मुस्लमानों ने मिशीगन कई रियास्तों में भी, जहां मामला यक़ीनी नहीं था, ट्रम्प की जीत को यक़ीनी बनाया। इस साल के शुरू में रोबेव ने कहा था कि हम ग़ज़ा में जंगबंदी का मुतालिबा नहीं करेंगे। रोबेव ये समझते हैं कि इसराईल को अपने ख़िलाफ़ फ़लस्तीनी तहरीक मुज़ाहमत का ख़ातमा करना चाहिए।
ट्रम्प ने उन्हें अपना वज़ीर-ए-ख़ारजा बनाया है जिनके सामने बड़े चैलेंजों में से एक ग़ज़ा जंग भी होगी। सदर ट्रम्प ने साबिक़ गवर्नर अरकांसास माईक हकाबी को इसराईल के लिए सफ़ीर के तौर पर नामज़द किया है। हीकाबी इसराईल के कट्टर हामी हैं और मग़रिबी किनारे पर इसराईली क़बज़े की हिमायत करते हैं।