अगले 'जुमा' रियासतगीर आंदोलन की चेतावनी, नैला-चांपा में रैली 23 को

जिल हज्ज-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

जिसने अस्तग़फ़ार को अपने ऊपर लाज़िम कर लिया अल्लाह ताअला उसकी हर परेशानी दूर फरमाएगा और हर तंगी से उसे राहत अता फरमाएगा और ऐसी जगह से रिज़्क़ अता फरमाएगा जहाँ से उसे गुमान भी ना होगा।

- इब्ने माजाह

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राजधानी रायपुर के आंरग में हुई माब लिंचिंग से गुस्साया मआशरा सड़कों पर उतरा
वारदात में मुलव्विस मुल्जिमान की गिरफ्तारी को लेकर बरती जा रही लापरवाही और सियासत से गरमाया माहौल
सात दिनों में गिरफ्तारी और 302 की कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े आंदोलन की चेतावनी

अगले 'जुमा' रियासतगीर आंदोलन की चेतावनी, नैला-चांपा में रैली 23 को
✅ नई तहरीक : रायपुर 
राजधानी रायपुर के आंरग में हुई माब लिंचिंग मामले से गुस्साई अवाम 21 जून को जुमा की नमाज के बाद यकजहती का मुजाहिरा करते हुए सड़कों पर उतर आई। इनमें मुस्लिम मआशरे के अलावा सिक्ख, ईसाई और सतनामी मआशरे के लोग भी कसीर तादाद में शामिल थे। दोपहर करीब तीन बजे हजारों की तादाद में सभी मआशरे के लोग औलिया चौक, मोती बाग में जमा हुए और एहतेजाजी रैली की शक्ल में सुभाष स्टेडियम पहुंचे जहां उन्होंने वारदात और पुलिस व इंतेजामिया के रवैये के खिलाफ गिरफतारी दी। इस मौके पर मआशरे के रहनुमाओं ने अगले जुमा तक मुल्जिमान की गिरफ्तारी न होने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने की सूरत में रियासतगीर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। 
    गौरतलब है कि आरंग में मुबय्यना गो तस्करी के इल्जाम में भीड़ ने सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के चांद मियां, गुड्डू खान और सद्दाम कुरैशी की बेरहमी से पिटाई की थी जिसके सबब चांद मियां और गुड्‌डू खान की मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात में घायल नौजवान सद्दाम की 10 दिनों बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले में पुलिस ने पुलिस ने कुछ नौजवानों को हिरासत में लिया जरूर था लेकिन उन्हें पूछताछ कर छोड़ दिया। इससे आगे पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जबकि वारदात को पखवाड़ाभर गुजर चुका है। 

खानापूरी से ज्यादा कुछ नहीं

मामले को लेकर हुसैनी सेना के कौमी सदर राहिल रऊफी ने कहा कि आरंग मामले में एसआईटी महज खानापूरी कर रही है। वारदात को पखवाड़ाभर गुजरने के बाद भी एक भी मुल्जिम को एसआईटी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यही नहीं, पुलिस मामले में मुल्जिमान के खिलाफ कत्ल की दफा भी नहीं जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि आरंग में हुई घटना छत्तीसगढ़ जैसी खामोश फिजा वाली रियासत की सबसे कलंकित घटना है। मामले को लेकर मआशरा लगातार पुलिस और इंतेजामिया के अलावा वजीरे दाखिला और सदर छत्तीसगढ़ को मेमोरेंडम के जरिये मामले से मतला (अवगत) करते हुए मुल्जिमान की गिरफ्तारी की मांग करता रहा है, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 
    मामले को लेकर पुलिस और इंतेजामिया (प्रशासन) की लापरवाही और उदासीन रवैय्ये को देखते हुए रियासत छत्तीसगढ़ के सभी मजहबों के जागरुक रहनुमाओं और अवाम ने मुंसिफाना तहकीकात और मुल्जिमान को कत्ल के जुर्म में गिरफ्तार करने की मांग को लेकर एहतेजाजी रैली निकाली और अपनी गिरफ्तारी दी। इस मौके पर हुसैनी सेना के सरपरस्त नईम अशरफी रिजवी, नोमान अकरम, अलीम रजा, सैयद अशरफ, एजाज कुरैशी, फहीम शेख, सोहेल सेठी, हाजी अब्दुल कलाम रजा, रफीक गौठिया, कय्यूम अली, मुतवल्ली अब्दुल फहीम, अरशद खान, मोइन भाई, अल्तमश भाई, सोहेल रजा, हाजी राजा संजरी, मोहम्मद यासीन, शेख अमीन, चांद अहमद, सूफी अवेश, साजिद कुरैशी, रिजवान अहमद, साजिद गुड्डा, नावेद अशरफ, जिशान एडवोकेट, जाफर अब्बास, जाफर इकबाल वगैरह शामिल थे। सभी ने एक सप्ताह के भीतर मामले में मुनासिब कार्रवाई न होने पर रियासतगीर आंदोलन की चेतावनी दी।
 

दुर्ग-भिलाई से भी रही भागीदारी

जनवादी तंजीमों के साथ सिख, सतनामी और बौद्ध समाज ने भी उठाई कातिलों की गिरफ्तारी की मांग 

भिलाई। मामले को लेकर राजधानी रायपुर के अलावा रियासत के दीगर शहरों में गम ओ गुस्सा देखा जा रहा है। राजधानी रायपुर में एहतेजाजी रैली और गिरफ्तारी दिए जाने के बीच स्टील सिटी दुर्ग भिलाई में भी मुख्तलिफ मजहब के लोगों ने अपना एहतेजाज दर्ज कराया। रजा फाउंडेशन, हुसैनी सेना और छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज के साथ मुजाहिरे में सिख, ईसाई, बौद्ध और सतनामी मआशरे के लोग भी शामिल हुए। वहीं मुख्तलिफ वामपंथी व जनवादी संगठनों ने भी दुर्ग-भिलाई सहित रियासत के मुख्तलिफ हिस्सों से पहुंचकर मुल्जिमान की फौरी गिरफ्तारी की आवाज बुलंद की। 
    गौरतलब है कि मामले में पुलिस इंतेजामिया ने 14 अराकीन की खुसूसी जांच टीम तश्कील दी है इसके बावजूद वारदात के पखवाड़ेभर बाद भी किसी की गिरफ्तारी न होना समझ से परे है। इसे लेकर मुस्लिम मआशरे के अलावा दीगर मआशरे में गम ओ गुस्सा देखा जा रहा है। मजलिस को फहीम शेख, नसीम, जन संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़ की ओर से तुहिन देव व श्री गिल ने मुखातिब किया। जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक प्रसाद राव, कलादास डहरिया, सज्जाद हुसैन, सौरा यादव और दिलीप उमरी ने क्रांतिकारी जनगीत गाकर मुजाहरीन की हौसला अफजाई की। 

चांपा-जांजगीर में एहतेजाजी रैली 23 को 

गो रक्षा के नाम पर आरंग में हुई वारदात से खामोश फिजा वाली रियासत छत्तीसगढ़ का माहौल खराब करने की साजिश बताई जा रही है जिसकी रियासत छत्तीसगढ़ के सभी मजहब के लोग मुजम्मत कर रहे हैं। मामले को लेकर इतवार, 23 जून को सुबह दस बजे रेल्वे स्टेशन नैला के सामने से एहतेजाजी रैली निकाली जाएगी। रैली में जांजगीर-चाम्पा, नैला, बम्हनीडीह, बिर्रा, जैजैपुर, नवागढ़, अकलतरा के अलावा आस-पास के कस्बो से मुस्लिम तंजीम के लगभग एक हजार लोग शामील होंगे। इस दौरान राज्यपाल से गौ तस्करी के नाम पर राजनीति करने वाले कातिलों को गिरफ्तार करने की मांग की जाएगी 

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