मुंबई : नवी मुंबई की मारूफ मिल्ली व समाजी तंजीम उल्मा फाऊंडेशन के जेरे एहतिमाम नवी मुंबई के मशहूर इलाका एरोली के चंच पाढ़ा में फ्रÞी यूनानी मेडीकल कैंप का इनइकाद किया गया। कैंप का मकसद गरीब व नादार और जरूरतमंद अवाम को मुफ़्त तिब्बी सहूलयात फराहम कराना था। कैंप का इनइकाद जेजे हस्पताल के शोबा यूनानी मेडीसन के इश्तिराक से किया गया जिसकी कयादत जेजे हस्पताल के यूनानी मेडीसन शोबा के रिसर्च आॅफीसर डाक्टर इर्फान अहमद ने की। कैंप से तकरीब 400 जरूरतमंदों ने बिला इखतिलाफ हर मजहब और हर तबका के अफराद ने फायदा उठाया। इस मौका पर कैंप का इफ़्तिताह करते हुए शिवसेना के लीडर और महाराष्ट्र हुकूम के साबिक वजीर ने कहा कि उल्मा फाऊंडेशन समाज के हर तबके के लिए काम कर रही है जो काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा, मैं उल्मा फाऊंडेशन को बहुत करीब से जानता हूँ, बल्कि सच्ची बात ये है कि ये मेरी अपनी तंजीम है। उन्होंने उल्मा फाउंडेशन को हर मुमकिन मदद करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि उल्मा फाऊंडेशन मुस्तकबिल में हस्पताल के कियाम का इरादा रखती है, उन्होंने हस्पताल बनाने में हर मुमकिन तआवुन का भरोसा दिलाया। इस मौका पर मशहूर समाजी व मिल्ली कारकुन शरफ आलिम बाबा ने उल्मा फाऊंडेशन के कामों को सराहते हुए कहा कि मुझे अल्लाह की जात से उम्मीद है कि अल्लाह इस तंजीम से मुल्की और कौमी सतह पर काम लेगा। फाऊंडेशन के सदर मौलाना इरशाद कासिमी ने कहा कि दुनिया अपनी फितरत की जानिब लौट रही है, हर तरह के अंग्रेजी ईलाज से थक हार कर लोग एक बार फिर कदीम जड़ी बूटियों वाले यूनानी ईलाज की तरफ लौट रहे हैं। मौलाना इरशाद कासिमी ने उल्मा फाऊंडेशन के मुतहर्रिक और कारकुन डाक्टर मुफ़्ती हसीब अलरहमान कासिमी और मुफ़्ती मामून रशीद कासिमी का बतौरे खास जिÞक्र करते हुए कहा कि तंजीम के कामों को आगे बढ़ाने में इन दोनों हजरात का खुसूसी किरदार है। मौलाना इरशाद कासिमी ने शेख अबदुलहलीम हफजा अल्लाह इमाम अहल-ए-हदीस मस्जिद का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इस कैंप को कामयाब बनाने में उनका अहम किरदार रहा है। इसी तरह चंच पाढ़ा के इमाम मौलाना अजहर, कलीम उद्दीन खान, सलीम भाई की टीम अब्दुल वहाब, यूसुफ सरताज और इलाके के नौजवानों ने जोशोखरोश के साथ कैंप को कामयाब बनाने में अपना रोल अदा किया हम इन सभों के शुक्रगुजार हैं। ब-तौर-ए-खास जेजे हस्पताल की टीम डाक्टर इर्फान अहमद, उनके मुआविन सिद्दीक शाह, रफीक शाह और ड्राईवर नितिन वाघेला का भी कैंप को कामयाब बनाने में अहम किरदार रहा। इस मौका पर नवी मुंबई की मशहूर दीनी शख़्सियत हाफिज अबदुर्रहमान मुहतमिम दार-उल-उलूम अहयाए सुन्नत कैंप में ब-तौर-ए-खास शरीक रहे। वाजेह रहे कि प्रोग्राम की निजामत मास्टर अलाउद्दीन सेक्रेटरी जामा मस्जिद और मुफ़्ती मामून रशीद कासिमी ने मुशतर्का तौर पर अंजाम दिया। आखिर में मौलाना मिनहाज बरकाती की दुआ पर प्रोग्राम इख्तेताम पजीर हुआ।